पटना: बिहार में चमकी बुखार से अब तक करीब 154 मासूमों की जान जा चुकी है. मासूमों की गई जान के बाद पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का बयान आया है. उन्होंने चमकी बुखार को लेकर सोमवार को विधानसभा में एक बहस के दौरान इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि बिहार में चमकी बुखार को लेकर जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में दुख व्यक्त करना काफी नहीं है. क्योंकि यह एक अत्यंत गंभीर मुद्दा है.
सीएम नीतीश कुमार विधानसभा में अपने बयान में आगे कहा कि इस बीमारी के रोकथाम के लिए उन्होंने कई बैठकें की हैं और इस मुद्दे पर चर्चा की. बीमारी की असली वजह अभी सामने नहीं आई है. विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है. लेकिन हम इस घटना को लेकर दुखी है. सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि ‘’जैपनीज़ इंसेफेलाइटिस से निपटने के लिए वैक्सीनेशन हो रहा है. सभी जगह इस बीमारे से संबंधित जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही लोगों को सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है.’’ यह भी पढ़े: चमकी बुखार पर पीएम मोदी का पहला बयान- पिछले सात दशक में सरकारों की सबसे बड़ी विफलता है ये बीमारी, मिलकर काम करना होगा
Bihar CM Nitish Kumar at Bihar Assembly on #MuzaffarpurChildrenDeath: What happened is extremely unfortunate, expressing grief is not enough, it is an extremely serious issue. We have held several meetings and discussed the issue at length. pic.twitter.com/p5xZ3i63EF
— ANI (@ANI) July 1, 2019
बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से अब तक 154 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुसार मार्च से 28 जून तक बिहार के अस्पतालों में 720 भर्ती हुए, जिनमें 586 ठीक हुए और 154 बच्चों की मौत हो गई. मृत्यु दर घटकर 21% रह गई है.