कोरोना वायरस का कहर देश के हर हिस्से में देखा जा रहा है. वायरस बड़ी संख्या में लोगों संक्रमित कर रहा है. इस महामारी से निपटने के लिए अब तक कोई वैक्सीन भारत में नहीं है. लेकिन इससे दो गज की दुरी और मुंह पर मास्क पहनकर बचा जा सकता है. लेकिन अनलॉक के दौरान मिली रियायत मिलने लगी है. इसी बीच एक बड़ी हैरान कर देने वाली खबर मुरथल (Murthal) के सुखदेव ढाबे ( Sukhdev Dhaba) से कोराना से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. जहां मशहूर ढाबा सुखदेव के 65 कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. सुखदेव ढाबा में बड़ी संख्या में दिल्ली हरियाण और कई राज्यों के लोग खाना खाने में आते हैं. वहीं, कोरोना का कहर बरपने के बाद अब सुरक्षा के लिहाज से दोनों ढाबों को सील कर दिया है. एक ढाबा में 65 कर्मचारियों का कोरोना संक्रमित होना बेहद भयावह है.
दरअसल मुरथल में यूपी, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से बड़ी संख्या में लोग खाना खाने आते हैं. ऐसे में इनके साथ कितने लोग संपर्क में आए होंगे. इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. फिर यहां से खाना खाकर लौटे हुए लोग और कितने लोगों के संपर्क में आए होंगे. क्षेत्र की नोडल अधिकारी डॉ. गीता दहिया ने बताया कि एसडीएम के निर्देश पर ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारियों व श्रमिकों के सैंपल लेने का काम चल रहा था.
31 अगस्त को सुखदेव ढाबे के संचालक ने उन्हें बताया था कि उन्होंने अभी बाहर से भी कुछ कामगार बुलाए हैं. उन्होंने उनके भी सैंपल लेने का अनुरोध किया था. दहिया ने बताया कि इस तरह ढाबे पर करीब 350 सैंपल लिए गए थे। अब इनमें 65 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसकी सूचना ढाबा संचालक को दे दी गई है.
उधर, ढाबा संचालक अमरीक सिंह ने बताया कि उन्होंने चार दिन पहले बिहार से बस द्वारा करीब 100 कामगारों को बुलाया था. ये कामगार पहले भी उनके पास काम करते थे और लॉकडाउन के दौरान अपने घर चले गए थे. सभी ढाबे के साथ लगते क्वार्टर में ठहरे हुए थे. उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए जाने वालों ने अभी ढाबे पर काम शुरू नहीं किया था. फिर भी सूचना मिलते ही गुरुवार दोपहर बाद से उन्होंने एहतियात के तौर पर ढाबे को दो दिन के लिए बंद कर दिया है और उसे सैनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया है. (भाषा इनपुट)