मुजफ्फपुर-देवरिया कांड से जागी सरकार, देशभर में जांच के बाद बंद करवाए 40 से ज्यादा शेल्टर होम
शेल्टर होम (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: मुजफ्फरपुर और देवरिया शेल्टर होम रेप कांड के बाद केंद्र सरकार ने भी बड़ी कार्यवाई की है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देशभर के 3000 शेल्टर होम की जांच करवाई और नियमों का उल्लंघन करनेवाले 40 से ज्यादा शेल्टर होम को बंद करवा दिया है. इसके अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) से सभी बाल देखरेख संस्थानों (सीसीआई) का सोशल ऑडिट करने व दो महीने के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है.

इसकी जानकारी खुद केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को दी है. उन्होंने कहा “देशभर के 3000 आश्रय गृहों का सोशल ऑडिट का कार्य पूरा कर लिया गया है और मानदंडों का पालन नहीं करने के कारण 40 से ज्यादा बंद कर दिए गए हैं.”

उन्होंने मंत्रालय से जुड़ी संसद की सलाहकार समिति की एक बैठक में कहा, "मंत्रालय लगातार यह सुनिश्चित करने में लगा हुआ है कि राज्य व केंद्र शासित प्रदेश किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अनुसार सीसीआई देखभाल के मानदंडों का पालन करें."

उन्होंने कहा, "मंत्रालय ने इन सीसीआई व आश्रय गृहों के पंजीकरण के लिए एक मुहिम चलाया है. इसके परिणामस्वरूप दिसंबर 2017 तक 7109 सीसीआई पंजीकृत हुए हैं, जबकि 401 प्रक्रिया में हैं." शेल्टर होम रेप कांड पर SC ने फटकारा, कहा- बिना जांच सरकारी फंड क्यों दिया

गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित बालिका गृह में 34 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ था. इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के अलावा करीब 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

मुजफ्फरपुर की तर्ज पर ही देवरिया के एक बालिका शेल्टर होम में सेक्स रैकेट का मामला सामने आया था. इसका खुलासा एक बच्ची ने किया था जो वहां से भागने में कामयाब हो गई थी. बच्ची की आपबीती सुनने के बाद पुलिस भी तुरंत हरकत में आई और संरक्षण गृह पर छापा मारकर 24 लड़कियों को आजाद करवाया. लेकिन बाद में जांच में पता चला कि 42 में से 18 लड़कियां गायब है.