एमएचआरडी व यूजीसी के शोध गंगा एप पर टॉप 10 में UP के दो विश्वविद्यालय
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, (Photo Credit : Youtube )

लखनऊ, 8 जनवरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में उच्च शिक्षा को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने का प्रयास हो रहा है. पूर्वाचल के विकास के साथ यहां उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए प्रयासों के परिणाम आना शुरू हो गए हैं. मानव संसाधन विकास मंत्रालय व यूजीसी के सहयोग से शोध को बढ़ाने के बनाए गए शोध गंगा पोर्टल पर 6 महीने पहले देश में पांचवा स्थान रखने वाला कानपुर (Kanpur) विश्वविद्यालय अब देश में चौथे और प्रदेश में अव्वल नम्बर पर आ गया है. विश्वविद्यालय की ओर से शोध गंगा पोर्टल पर अब तक 9867 थीसिस अपलोड की गई हैं. इसके अलावा पूर्वाचल विश्विद्यालय 8211 थीसिस अपलोड कर टॉप छह में अपनी जगह बनाए हुए है.

देश भर में शोध की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय व विवि अनुदान आयोग यूजीसी के सहयोग से शोध गंगा पोर्टल तैयार किया गया. यूजीसी की ओर से सभी विश्वविद्यालय को इस पोर्टल पर अपनी थीसिस अपलोड करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इसे थीसिस कंटेंट चोरी पर लगाम लगी है. इसके अलावा एक शोधार्थी के किए गए शोध कार्य दुनिया के दूसरे कोने में बैठे अन्य शोधार्थी देख सकते हैं और उसका फायदा भी उठा सकते हैं. यह भी पढ़े: उप्र : मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से बचाव, उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए.

प्रदेश में 17 राज्य विश्वविद्यालय हैं. कानपुर का छत्रपति साहू जी महाराज (Chhatrapati Shahu Maharaj) विश्वविद्यालय देश भर के विश्वविद्यालयों में चौथे स्थान पर है. विश्विद्यालय की ओर से 9867 थीसिस अपलोड की गई है. वहीं, 8211 थीसिस के साथ वीर बहादुर सिंह (Veer Bahadur Singh) पूर्वांचल विवि जौनपुर (Jaunpur) देश भर में पांचवे नम्बर पर है. इसके अलावा 4598 थीसिस के साथ डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध (Dr. Ram Mohan Lohiya) विवि अयोध्या भी टॉप विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बनाए हुए हैं. यहां पिछले छह महीने में काफी तेजी से काम हुआ है. चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ से 2122 थीसिस अपलोड की गई.

आचार्य नरेन्द्र देव (Aacharya Narendra Dev) कृषि विश्वविद्यालय 186, लखनऊ (Lucknow) विश्वविद्यालय 1047, इलाहाबाद (Allahabad) विश्वविद्यालय 1356, चौधरी चरण सिंह (Chaudhari Charan Singh) विश्वविद्यालय की ओर से 2122 थीसिस (शोध कार्य) गंगा पर अपलोड किए गए हैं. इसके अलावा सरकार के सहयोग से प्रदेश के निजी विश्विद्यालय भी शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं.

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एमएचआरडी ने शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नए सॉफ्टवेयर शोध गंगा एप की शुरूआत की. इसमें विश्वविद्यालयों को अपने यहां हुए शोध की सीडी पोर्टल पर अपलोड करनी होती है. अब तक पूरे देश के 476 विश्वविद्यालयों द्वारा 2,91,848 थीसिस पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं.

कानपुर विश्विद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा बताती हैं कि थीसिस अपलोड करने का काम अभी जारी है. देश में थीसिस अपलोड करने में कानपुर यूनिवर्सिटी नंबर चार पर आ गई है. पूर्व अध्यक्ष लुआक्टा डॉ. मौलेन्दु मिश्र (Maulendu Mishra) ने बताया की यूजीसी की ओर से तैयार किए गए शोध गंगा एप से शोध क्षेत्र में गुणवत्ता बढ़ी है. खासकर यूपी के विश्वविद्यालयों में शोध पर काफी तेजी से काम हो रहा है.