Marathi Language Row: राज ठाकरे का MNS कार्यकर्ताओं को पत्र, मराठी भाषा को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन को रोकने के लिए की ये अपील
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Marathi Language Row: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) के आदेश के बाद, मनसे कार्यकर्ताओं ने बैंकों और अन्य प्रतिष्ठानों में मराठी में कामकाज करने और मराठी में बात करने को लेकर आंदोलन शुरू किया. इस आंदोलन के तहत कुछ स्थानों पर विरोध भी देखा जा रहा है. प्रदेश में कानून-व्यवस्था ना बिगड़े, इस कारण राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री के अनुरोध पर MNS कार्यकर्ताओं द्वारा मराठी भाषा को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन को रोकने के लिए खुला पत्र लिखा है. हालांकि राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को मराठी भाषा का पालन करवाने को लेकर चेतावनी भी दी हैं.

राज ठाकरे ने MNS कार्यकर्ताओं को लिखा पत्र

राज ठाकरे ने अपने पत्र में लिखा, "गुढ़ीपाडवा बैठक में मैंने आपको आदेश दिया था कि आप देखें कि क्या महाराष्ट्र के बैंकों में मराठी में लेन-देन हो रहा है, और यदि नहीं तो उस बैंक के प्रशासन को सूचित करें. अगले दिन से आप महाराष्ट्र में हर जगह बैंकों में गए, मराठी पर जोर दिया, यह अच्छा था. इससे यह संदेश गया कि मराठी भाषा और मराठी लोगों को कोई हल्के में नहीं ले सकता, साथ ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की संगठनात्मक ताकत भी दूर-दूर तक पहुंची. लेकिन अब इस आंदोलन को रोकने में कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि हमने इन मामलों में पर्याप्त जागरूकता पैदा कर दी है और संवेदनशीलता दिखा दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्या हो सकता है.

आगे उन्होंने कहा, "अब मराठी लोगों को जिद करनी चाहिए, और अगर हमारा मराठी समाज संतुष्ट नहीं है, तो हम यह आंदोलन क्यों करें?"

राज ठाकरे ने सरकार को चेतावनी भी दी

पत्र में राज ठाकरे ने सरकार को चेतावनी भी दी. उन्होंने लिखा, "महाराष्ट्र के सिपाहियों, अभी आंदोलन बंद करो, लेकिन इस मुद्दे पर ध्यान मत भटकने दो. मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि जहां भी नियमों का पालन नहीं हो रहा हो और किसी मराठी मानुष का अपमान हो, तो मेरे महाराष्ट्र के सैनिकों को वहां जाकर उनसे चर्चा करनी चाहिए.