ManoharParrikar: सादगी की मिसाल थे मनोहर पर्रिकर, बिना तामझाम के ही स्कूटी से जाते थे ऑफिस
मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Photo Credit: IANS )

पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता मनोहर पर्रिकर (Manohar parrikar) का 63 साल की उम्र में निधन हो गया है. काफी लंबे समय से पर्रिकर कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. रविवार को उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उनका निधन हो गया. सादगी भरा जीवन जीने वाले मनोहर पर्रिकर जो चार बार गोवा के सीएम और के बार रक्षा मंत्री रह चुके है. लोग शायद उनके बारे में कम ही जानते होंगे कि वे सादगी भरा जीवन ही नहीं उनके बारे में कहा जाता है कि वे बिना तामझाम के ही स्कूटी से ऑफिस के लिए भी जाते थे.

मनोहर पर्रिकर के बारे में तो यहां तक कहा जाता है कि वे ऑफिस के लिए स्कूटी से तो जाते ही थे. उनके घर में कभी कोई सामान घाट जाता था तो वे खुद बाजार करने के लिए अपनी स्कूटी से निकल जाते थे. मनोहर पर्रिकर के सादगी बहरे जीवन का मीडिया भी हमेशा तारीफ करती रही है. मीडियाकर्मी हमेशा कहते थे कि पर्रिकर से मिलने जाने वाले पत्रकर को वे कभी मिलने से मना नहीं करते थे. यह भी पढ़े: मनोहर पर्रिकर का निधन: केंद्र सरकार ने की 18 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा, आधा झुका रहेगा राष्ट्र ध्वज

मनोहर पर्रिकर को साइकिल चलाना भी था पसंद

मनोहर पर्रिकर के बारे में कहा जाता है कि उन्हें स्कूटी चलाना पसंद था इसलिए वे गोवा की सड़कों पर वे स्कूटी लेकर निकल तो जाते ही थे. लेकिन उनके बारे में कहा जाता है कि वे साइकिल चलाना भी बेहद पसंद था. वो खाली वक्त में साइकिल चलाया करते थे.

राजनीतिक सफर

मनोहर पर्रिकर 2000 से 2005, 2012 से 2014 और 2017 से अक्टूबर 2018 तक गोवा के मुख्यमंत्री थे. इसके बाद वे रक्षामंत्री बने. वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे, लेकिन 2017 में गोवा का सीएम बनने के बाद उन्होंने सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.

अमेरिका से लौटे फिर हालत बिगड़ी

बता दें कि पर्रिकर को फरवरी 2018 में एडवांस्ड पैन्क्रिएटिक (अग्नाशय) कैंसर होने का पता चला था। पिछले साल कैंसर का इलाज कराने के लिए मनोहर पर्रिकर अमेरिका भी गए थे. वो 15 सितंबर को वापस देश लौटे थे. पिछले साल अक्टूबर के महीने में फिर उनकी तबीयत खराब हुई जिसके कारण उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. एक महीने एम्स में भर्ती रहने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए गोवा ले जाया गया था. जिसके बाद से उनका गोवा में ही इलाज चल रहा था.