'इंडिया' ब्लॉक की ओर से पीएम चेहरे के तौर पर दिया गया मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम: ममता बनर्जी
Mamata Banerjee (Photo Credit: ANI)

नई दिल्ली, 20 दिसंबर : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को स्वीकार किया कि उन्होंने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलाइंस (इंडिया) ब्लॉक के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किया. ममता बनर्जी ने मंगलवार को 'इंडिया' ब्लॉक की चौथी बैठक में भाग लिया था. बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''हां, मैंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किया है. अरविंद केजरीवाल ने भी मेरे प्रस्ताव का समर्थन किया.''

उन्होंने कहा कि चूंकि हर कोई प्रधानमंत्री पद के चेहरे का नाम पूछता है इसलिए हमने अपने प्रस्ताव के तौर पर खड़गे का नाम प्रस्तावित किया. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "हमने उनके नाम का समर्थन किया क्योंकि हमें 'इंडिया' ब्लॉक के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में खड़गे के चेहरे पर कोई आपत्ति नहीं है और केजरीवाल ने इसका समर्थन किया." वह इस सवाल का जवाब दे रही थीं कि क्या उन्होंने 'इंडिया' ब्लॉक के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में खड़गे का नाम प्रस्तावित किया है. यह भी पढ़े : Death Penalty For Mob Lynching: नए कानून में अब मॉब लिंचिंग के लिए मिलेगी फांसी की सजा, लोकसभा में बोले अमित शाह

जब उनसे आगे पूछा गया कि क्या बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार उनके इस कदम से नाराज हैं, तो उन्होंने कहा, "मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है." इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने 'इंडिया' ब्लॉक की मंगलवार की बैठक के दौरान 31 दिसंबर तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने की समय सीमा भी तय की है, जिसमें सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खड़गे और कुल 28 नेताओं में से कई अन्य दलों के नेता भी शामिल हुए. 'इंडिया' गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को बिहार के पटना में हुई जबकि विपक्षी दलों की दूसरी बैठक 17 और 18 जुलाई को कर्नाटक के बेंगलुरु में हुई.

इस साल 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में 'इंडिया' गठबंधन की तीसरी बैठक के दौरान 14 सदस्यीय समन्वय समिति और 19 सदस्यीय चुनाव रणनीति समिति की घोषणा की गई. 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्र में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए करीब 28 पार्टियां एक साथ आई हैं. बैठक के दौरान हर नेता को अपने विचार और सुझाव साझा करने का मौका मिला.