महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का बयान, कहा- कोरोना वायरस से फैली इस महामारी के लिए दिल्ली पुलिस जिम्मेदार
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ( फोटो क्रेडिट- ANI)

तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में कई ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. देश के अलग-अलग राज्यों में तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिसके बाद देश में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं यह मसला अब सियासी रंग भी ले चूका है. जहां नेताओं का आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला. इसी बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख दिल्ली पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तरह एक कार्यक्रम 15-16 मार्च को वसई में मुंबई के पास आयोजित होने वाला था. लेकिन हमारी सरकार ने इसकी अनुमति नहीं थी. जब हमने रोका तो दिल्ली पुलिस ने हमारे जैसे इस कार्यक्रम को क्यों नहीं रोका? उन्होंने आगे कहा कि पूरे राज्य की मशीनरी इस महामारी को रोकने में लगी हुई है. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस की वजह से महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में यह नई समस्या सामने आई है.

कोरोना वायरस के कारण महाराष्ट्र इन दिनों विकट परिस्थियों से गुजरा रहा है.सूबे में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. गुरुवार को राज्यभर के अलग-अलग हिस्सों से 162 कोविड-19 (COVID-19) पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद अब राज्य में कुल संख्या 1297 हो गई है. वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 45 हो गई. बढ़ते आंकड़ो ने सरकार की नींद उड़ा रखी है. इसी के साथ सरकार ने भी कड़ाई बरतने का निणर्य लिया है. जिसके तहत लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और FIR दर्ज होगा. वहीं बीएमसी ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र: मुंबई में लॉकडाउन के दौरान नियमों को तोड़ने वालों की खैर नहीं, सिर्फ एक दिन में 464 केस दर्ज.

गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में भी दिल्ली के तबलीगी जमात कार्यक्रम का असर दिखा है. राज्य में मंगलवार तक 23 नए मामले जमात से जुड़े मिले. सभी पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इसमें लातूर से आठ, बुलढाणा से छह और पुणे से चार, अहमदनगर से दो और हिंगोली, जलगांव और वाशिम से एक-एक हैं. जबकि मुंबई में भी कुछ कोविड-19 मामलें जमात से संबंधित मिले.