महाराष्ट्र (Maharashtra) में कंगना रानौत (Kangana Ranaut) और सीएम उद्धव ठाकरे (Chief minister Uddhav Thackeray) में तनातनी बरकारर है. इस बीच कंगना रनौत के मुंबई स्थित मनिकर्णिका ऑफिस पर बीएमसी की ओर से बुलडोडर चला दिया गया. बीएमसी की इस कर्रवाई ने आग में घी का काम किया, जिसके बाद से ठाकरे सरकार के विरोधी दलों और कंगना समर्थक जमकर आलोचना कर रहे हैं. इसी बीच रिपोर्ट यह है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने उद्धव ठाकरे के सलाहकार अजॉय मेहता को तलब किया है. वहीं, इस बीच यह भी खबर है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इसकी एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपने वाले हैं.
बता दें कि मुंबई में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई शिवसेना सरकार पर उल्टे दांव की तरह पड़ती नजर आ रही है. दरअसल महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की गठबंधन सरकार में सहयोगी दल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने इस विवाद से पल्ला झाड़ लिया है. एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि बीएमसी की कार्रवाई ठीक नहीं थी. जबकि कांग्रेस नेता संजय राउत ने भी गलत ठराया है.
जबकि बीएमसी की कार्रवाई पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अगर अवैध निर्माण है तो जरूर कार्रवाई होनी चाहिए. किसी ने आपके खिलाफ बात कही, इसलिए अगर आप तब कार्रवाई करते हो तो ये कायरता है, बदले की भावना है और महाराष्ट्र में इस तरह की भावना का कोई सम्मान नहीं हो सकता. वहीं, कंगना रानौत ने शिवसेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आने वाले समय में मामला और भी गरमा सकता है.