नई दिल्ली: इंडोनेशिया के जकार्ता में इंडोनेशियाई विमान JT-610 के हादसे को देखते हुए भारत ने स्पाइसजेट और जेट एयरवेज को अलर्ट किया है. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने जेट और स्पाइसजेट को बोइंग 737 MAX विमानों में सेंसर की संभावित समस्या को लेकर उचित कदम उठाने को कहा है. बता दें कि इंडोनेशिया में पिछले महीने लॉयन एयर विमान जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हो गया. विमान जेटी-610 जकार्ता से पंगकल पिनॉन्ग जा रहा था. घटना के बाद अमेरिका के फेडरल एविएशन ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) की ओर से बोइंग 737 मैक्स विमानों को लेकर एडवाइजरी जारी की गई था. घटना को देखते हुए डीजीसीए ने भी जेट एयरवेज और स्पाइजेट को ये निर्देश दिया है.
इस हादसे के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि डीजीसीए को एयरलाइन्स में इंजन और अन्य समस्याओं पर विचार करने के लिए कहा गया है. डीजीसीए ने सभी भारतीय एयरलाइन्स को इंजन और अन्य समस्याओं पर ध्यान देने को कहा है. उल्लेखनीय है कि इंडोनेशियाई विमान में सवार सभी 189 यात्री मारे गए थे. उड़ान भरने से पहले विमान में कुछ खराबी पाई गई थी, जिसे ठीक कर दिया गया. लेकिन उड़ान भरने के 13 मिनट बाद ही विमान का संपर्क टूट गया और वह क्रैश हो गया.
गौरतलब है कि देश में जेट एयरवेज और स्पाइसजेट बोइंग 737 मैक्स विमान का ही इस्तेमाल करती हैं. इन दोनों एयरलाइंस के पास ऐसे कम से कम छह विमान हैं. डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि अगर इन विमानों में सेंसर की समस्या को ठीक नहीं किया गया, तो पायलट को विमान को कंट्रोल करने में मुश्किल हो सकती है. इसके कारण विमान की ऊंचाई को लेकर भ्रम हो सकता है, जिसकी वजह से कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
क्या है लॉयन एयर विमान हादसा
इंडोनेशिया में लॉयन एयर का बोइंग 737 मैक्स विमान पिछले महीने के अंत में जकार्ता से उड़ान भरने के तुरंत बाद समुद्र में गिर गया था. विमान में 180 लोग सवार थे. ऐसी रिपोर्ट मिली थी कि इस विमान में उड़ान से पहले कुछ खराबी पाई गई थी, लेकिन उसे ठीक कर विमान को उड़ान भरने की अनुमति दी गई. डीजीसीए ने विमान की दुर्घटना को लेकर बोइंग और अमेरिका के रेगुलेटर एफएए से भी जानकारी मांगी थी.