महाभारत की तरह इस चुनाव में भी दो खेमा, तीसरी बार जीत कर भारत को बनाएंगे तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : अमित शाह
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नई दिल्ली, 18 फरवरी : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि जिस तरह महाभारत के समय पांडव और कौरव दो खेमे थे, उसी तरह से इस बार के लोकसभा चुनाव में भी दो खेमा है, एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन. उन्होंने कहा कि यह घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं एनडीए गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है. उन्होंने अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के निर्माण का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए कांग्रेस के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए जमकर निशाना साधा. शाह ने लोकसभा चुनाव में जीतने का दावा करते हुए कहा कि तीसरी बार जीत कर भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे.

राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक के दूसरे दिन रविवार को अमित शाह ने 'भाजपा देश की आशा और विपक्ष की हताशा' नाम से प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि, 75 वर्ष में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखें हैं. देश में हर सरकार ने अपने समय पर समयानुकूल विकास करने का प्रयास किया है. लेकिन आज वे बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकते हैं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल मोदी के 10 वर्षों में हुआ है. यह भी पढ़ें : Manish Tiwari May Join BJP: कांग्रेस को लग सकता है एक और बड़ा झटका, मनीष तिवारी बीजेपी के संपर्क में

कांग्रेस को भ्रष्टाचार की जननी बताते हुए शाह ने कहा कि जब कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है, तो उसके सहयोगी भला क्यों पीछे रहेंगे. आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए. इन्होंने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया और इसी वजह से आज इनका सारा नेतृत्व कोर्ट और एजेंसियों से दूर भाग रहा है. उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज का एक वोटबैंक की तरह कांग्रेस और इंडी अलायंस ने बहुत उपयोग किया.लेकिन उन्हें पहली बार सम्मान और हिस्सेदारी देने का काम भाजपा की मोदी सरकार ने किया.

कांग्रेस को लोकतंत्र विरोधी और अस्थिरता का जनक बताते हुए शाह ने कहा कि सोनिया गांधी का उद्देश्य सिर्फ राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है. लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त शासन देने वाले पीएम मोदी ने पूरे देश के सामने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का लक्ष्य रखा है.

शाह ने अपने प्रस्ताव में राहुल गांधी, कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर कई बड़े आरोप लगाते हुए मोदी सरकार की अनगिनत उपलब्धियों का भी जिक्र किया और साथ ही बार-बार भाजपा का समर्थन कर चुनाव में विजयी बनाने के लिए देश की जनता का आभार भी व्यक्त किया.