लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश (Ladakh Union Territory administration) में प्रशासन ने बर्फीले तेंदुए को अपना राज्य पशु (Ladakh state animal snow leopard) घोषित किया है. इसके साथ ही अब काली गर्दन वाली क्रेन अब लद्दाख का राज्य पक्षी (Ladakh state bird black-necked crane) होगा. पूर्वी लद्दाख के उच्च ऊंचाई वाले आर्द्रभूमि और दलदल भरे इलाकों में काली गर्दन वाली क्रेन पाई जाती है. इसे लद्दाख का राज्य पक्षी घोषित किया गया है.
वहीं इस मामले में लद्दाख के सांसद जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल ने बताया कि राज्य के नए पशु और पक्षी घोषित किए गए हैं. लद्दाख में अब बर्फीला तेंदुआ राज्य पशु होगा जबकि लद्दाख के उच्च उंचाई वाले इलाकों में पाया जाने वाला काली गर्दन वाला क्रेन राज्य का पशू घोषित किया गया है.
Ladakh Union Territory administration has announced snow leopard as its state animal and black-necked crane as its state bird. Black-necked crane is found in eastern Ladakh's high-altitude wetlands and marshes: Ladakh MP Jamyang Tsering Namgyal pic.twitter.com/PvX3FXoeTk
— ANI (@ANI) September 2, 2021
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन के दो साल बाद केंद्र प्रशासित राज्य लद्दाख (Ladakh) ने अपने राज्य पक्षी और राज्य पशु की घोषणा की है. लद्दाख के वन पारिस्थितिकी(forest ecology) और पर्यावरण विभाग (forest department) की ओर से जारी नोटिफिकेशन में राज्य के पशु और पक्षी की घोषणा की गई. विभाग ने अपने नोटिफिकेशन में कहा, हिम तेंदुए (snow leopard) को राज्य पशु और काली गर्दन वाली सारस (black necked crane) को राज्य पक्षी घोषित किया जाता है.
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बता दें कि हिम तेंदुए लगभग 1.4 मीटर लम्बे होते हैं और इनकी पूंछ 90-100 सेमी तक होती है. बर्फीले तेंदुए 75 किलो तक वजनी हो सकते हैं. जबकि काली गर्दन वाला सारस पूर्वी लद्दाख में पाया जाता है. यह एक लंबा पक्षी होता है. इसकी ऊंचाई लगभग 1.35 मीटर तक हो सकती है. पंखों का फैलाव लगभग 2 से 2.5 मीटर तक होता है. जबकि इनका वजन लगभग 6-8 किलोग्राम तक हो सकता है. इसके सिर पर एक चमकदार लाल मुकुट होता है.