Kerala: स्वप्ना सुरेश ने फिर लगाया सीएम पिनराई विजयन, परिवार पर सोने की तस्करी का आरोप
सीएम पिनराई विजयन और स्वप्ना सुरेश (Photo Credits: IANS)

तिरुवनंतपुरम: मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan), उनकी पत्नी और बेटी का नाम लेने के एक दिन बाद, सोने की तस्करी मामले (Gold Smuggling Case) की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) ने बुधवार को फिर से इन लोगों की भूमिका पर आरोप लगाया और कहा कि उसने बहुत कम खुलासा किया है और जल्द ही और खुलासे करने वाली है. स्वप्ना ने बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका कोई राजनीतिक एजेंडा या कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है. Kerala: डॉलर तस्करी मामले में कांग्रेस का विरोध, विजयन से मांगा जवाब

स्वप्ना ने कहा, "मैं राजनीति के बारे में नहीं जानती और मुझे परवाह नहीं है कि राज्य में कौन शासन कर रहा है, तब या अब. मैंने पूर्व में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दिया है लेकिन कोई सामने नहीं आया. मुझे जीने दो, मेरे लिए जीना मुश्किल है. वे महिलाएं, जो कमला विजयन (विजयन की पत्नी), वीना (बेटी) सहित पत्नियां और बेटियां हैं, एक शानदार जीवन जी रही हैं, जबकि मैं पीड़ित हूं."

सौर घोटाले की आरोपी सरिता नायर के बारे में स्वप्ना ने कहा कि भले ही हम दोनों एक समय एक ही जेल में थे, मैंने उन्हें हैलो भी नहीं कहा. जेल से बाहर आने के बाद, वह मेरी मां से बात कर रही थी और उसे परेशान कर रही थी.

स्वप्ना ने आगे कहा कि एम शिवशंकर (विजयन के पूर्व प्रधान सचिव और शीर्ष आईएएस अधिकारी, जो कई हफ्तों तक जेल में थे और अब जमानत पर हैं) द्वारा लिखी गई पुस्तक की सामग्री से वह बहुत आहत हैं.

"मैं फिर से बोलूंगी ,क्योंकि मैंने अभी जो कहा है वह बहुत कम है."

यह पूछे जाने पर कि उसने पहले इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया, स्वप्ना ने कहा, अतीत में उसने धारा 164 के तहत एक बयान दिया था और तब कोई नहीं जानता था और इसलिए मैंने इसे एक बार और बयान देने का फैसला किया, जो मैंने (सोमवार और मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने) दिया था.

उसने उन टिप्पणियों को खारिज कर दिया कि उसके इस खुलासे के पीछे आरएसएस है और वह ऐसा इसलिए कर रही है, क्योंकि वह अब आरएसएस समर्थित एनजीओ एचआरडीएस के साथ कार्यरत है.

"मैं संघ परिवार को अच्छे से नहीं जानती. देखिए, मैं अब उनके द्वारा महिला सशक्तिकरण विभाग में कार्यरत हूं और उन्हें यहां 27 साल हो गए हैं और उन्हें मेरी जरूरत नहीं है."

"मुझे अब 40,000 रुपये की तनख्वाह मिल रही है, पहले सरकार में काम करते हुए मुझे लाखों में मिलता था. उन्होंने मुझे वह वेतन दिया और मेरा इस्तेमाल किया और मेरा शोषण किया और उसके बाद उन्होंने मुझे बाहर निकाल दिया. मैं चाहती हूं कि सच्चाई सामने आए और विजयन, उनकी पत्नी और बेटी की संलिप्तता सभी के सामने आए."

माकपा के वरिष्ठ नेता और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के संयोजक ईपी जयराजन ने कहा कि यह नया खुलासा आरएसएस का काम है.

"यह और कुछ नहीं बल्कि आरएसएस द्वारा बदनाम करने की साजिश है, लेकिन लोग जानते हैं कि वह कौन है. हमने सीएम से कहा है कि उन्हें इस सब का जवाब देने में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह कुछ और नहीं बल्कि बकवास है."

स्वप्ना के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमान चांडी ने कहा, लोकतंत्र में लोगों को सच्चाई जानने का अधिकार है और इसे सामने आना चाहिए. इस बीच, माकपा के शीर्ष नेताओं ने इससे निपटने के लिए कानूनी सलाह लेने का फैसला किया है.

ऐसी खबरें हैं कि ईडी और सीमा शुल्क जैसी केंद्रीय एजेंसियां, (जो पहले ही मामले की जांच कर चुकी हैं और अभी तक अपनी रिपोर्ट जमा नहीं कर पाई हैं) से नए बयान की एक प्रति के लिए आवेदन करने की उम्मीद है, जो उन्होंने मजिस्ट्रेट को 164 सीआरपीसी के तहत दी थी.

कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने घोषणा की है कि विजयन को पद छोड़ देना चाहिए और बुधवार और गुरुवार को प्रदर्शन की घोषणा की है. विपक्ष के केरल विधानसभा में विजयन के नेतृत्व वाली सरकार को भी निशाना बनाने की संभावना है, जो इस महीने के अंत में शुरू होने वाली है.