J&K: पुंछ आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में बढ़ाई गई सैन्य सुरक्षा, हर 2KM पर होंगे चेक पोस्ट
भारतीय सेना | Photo: PTI

श्रीनगर: पुंछ आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सैन्य सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि आतंकी हमलों रोकने और विफल करने के लिए कड़ी रणनीति तैयार की गई है. घाटी में अब सैन्य वाहनों के मूवमेंट के दौरान हर 2 किलोमीटर पर मिलिट्री पुलिस चेक पोस्ट होगा. इसके साथ ही रोड ओपनिंग के क्लीयरेंस के बिना सेना के वाहनों का मूवमेंट नहीं होगा. इसका सख्ती से पालन किया जाएगा. पुंछ हमले को लेकर एक्शन में सेना, आतंकवादियों को खोजने के लिए ड्रोन, खोजी कुत्तों और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल.

नई रणनीति के अनुसार सैन्य वाहनों के मूवमेंट के दौरान हर दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर मिलिट्री चेक पोस्ट बनाए जाएंगे. ये मिलिट्री चैकपोस्ट हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखेंगे जिससे आतंकियों की साजिश को नाकाम करने में मदद मिलेगी.

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि 20 अप्रैल का हमला एक सुनियोजित हमला था जिसे तीन से पांच आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिया गया था. दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवादियों ने पहले इलाके का मुआयना किया, इलाके को समझा और फिर हमले की जगह चुनी.

डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि अब तक 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है और हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने के लिए अभियान जारी है. उन्होंने बताया कि एक मॉड्यूल के छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें वे व्यक्ति भी शामिल हैं जिन्होंने सामग्री (हथियार, गोली बारूद, विस्फोटक’ आतंकवादियों को पनाह देने के साथ ही एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए उनका मार्गदर्शन किया.’’

क्या हुआ था?

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गुरुवार (21 अप्रैल) को आतंकियों के ग्रेनेड हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए. इसमें जान गंवाने वाले जवान राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे और इलाके में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात किए गए थे. सेना ने कहा था कि दोपहर तीन बजे के करीब राजौरी सेक्टर में भीम्बर गली और पुंछ के बीच सेना का वाहन गुजर रहा था और इसी दौरान आतंकियों ने हमला कर दिया था.

इस हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान हवालदार मनदीप सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही सेवक सिंह और ओडिशा के लांस नायक देबाशीष शहीद हुए थे.