
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में एक बार फिर आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. त्राल के नादिर गांव में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया गया. इलाके में अब भी ऑपरेशन जारी है, क्योंकि माना जा रहा है कि 2 से 3 आतंकी और छिपे हो सकते हैं.
दो दिन में दूसरा बड़ा एनकाउंटर
यह मुठभेड़ पुलवामा में 48 घंटे में दूसरा एनकाउंटर है. इससे पहले मंगलवार को शोपियां जिले में भी सुरक्षाबलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की थी. ऑपरेशन 'केलर' के तहत लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया गया था.
इन आतंकियों की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी डार के रूप में हुई थी. शाहिद शोपियां का रहने वाला था और 2023 में लश्कर से जुड़ा था. वह इसी साल मई में बीजेपी सरपंच की हत्या में शामिल था. वहीं अदनान, वंडुना मेलहोरा गांव का रहने वाला था और वह एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल पाया गया था.
सुरक्षाबलों का टारगेटेड ऑपरेशन
सुरक्षाबलों का यह अभियान पूरी तरह से खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया जा रहा है. त्राल में चल रहे ऑपरेशन में जवान एक-एक घर की तलाशी ले रहे हैं. स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है.
पहलगाम हमले के बाद बढ़ी सतर्कता
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों की मौत के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तलाश जारी है और शोपियां के कई इलाकों में उनके पोस्टर लगाए गए हैं. इन आतंकियों की सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है.
साफ संदेश: आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं
सुरक्षाबलों की इन लगातार कार्रवाइयों से साफ है कि सरकार और सेना जम्मू-कश्मीर में आतंक को पूरी तरह खत्म करने के मिशन पर है. हर आतंकी गतिविधि का जवाब ठोस तरीके से दिया जा रहा है और स्थानीय लोगों को भी आतंक से मुक्ति दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है.