मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने पेश कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट को ग्रीन बजट का नाम दिया है. इस बजट को लेकर सभी नेता अलग-अलग प्रतिक्रया दे रहे हैं. जहां बीजेपी ने इस बजट को किसानों, आम आदमी, महिलाओं और रोजगार के लिहाज से हिट बजट बताया है तो वहीं विपक्ष ने इस बजट को भी निराशाजनक करार दिया है. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने इस बजट को व्यापक बजट बताया.
अमिताभ कांत ने कहा हम बजट से विशेष रूप से प्रसन्न हैं क्योंकि वित्त मंत्री ने नीति की भूमिका को स्वीकार किया है. बजट में सबसे अधिक महत्वपूर्ण रोड मैप है जो वित्त मंत्री ने 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लिए निर्धारित किया है.
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Niti Aayog CEO Amitabh Kant: #UnionBudget2019 is very path breaking. It's a very comprehensive budget. We're particularly delighted as Finance Min has acknowledged role of Niti. But more important is the road map that she has set for laying down a vision for $5 trillion economy pic.twitter.com/uuSojh1l33
— ANI (@ANI) July 5, 2019
बता दें कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार 2.0 सरकार ने अपनी नीति साफ कर दी है. शुक्रवार को लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर बड़ी घोषणी की है. मोदी सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST की दरें घटा दी हैं. यानी अब ग्राहकों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर 12 फीसद की जगह केवल 5 फीसद टैक्स देना होगा. इसके अलावा अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने के लिए आपने कर्ज लिया है तो उसका ब्याज चुकाने पर आयकर में 1.5 लाख रुपए की अतिरिक्त छूट मिलेगी.
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