नई दिल्ली: कुछ साल पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने दावा किया था कि भारत में हर तीसरा ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) फर्जी है. तब केंद्र सरकार ने नया मोटर व्हीकल एक्ट भी पेश किया. जिसके तहत ड्राइविंग लाइसेंस जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाये गए. नए कानून में भारी जुर्माने के साथ जेल भेजने का भी प्रावधान है. Driving License New Rules: घर बैठे पूरा करें अपने ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े कई काम, यहां जानिए ऑनलाइन प्रोसेस
एक सितंबर, 2019 से लागू हुए नए कानून के तहत ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगो पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना लग सकता है. नए कानून में बिना लाइसेंस के वाहनों के अनधिकृत उपयोग के लिए 1,000 रुपये तक के जुर्माने को बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने को लेकर जुर्माना 500 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये किया गया है. फर्जी लाइसेंस और टोल प्लाजाओं की नकली पर्चियां बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
ऐसे पता करें आपका ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी है या नहीं-
- सबसे पहले सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अधिकारिक वेबसाइट https://parivahan.gov.in/parivahan पर जाएं
- फिर ऑनलाइन सर्विस पर क्लिक करें
- यहां आपको Driving License Related Services ऑप्शन दिखेगा, उस पर क्लिक करें
- ड्राइविंग लाइसेंस चुनने के बाद अपना राज्य चुने
- अब एक नया विंडो ओपन होगा, जहां ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी कई सुविधाएं नजर आएंगी, जिसमें से आपको DL Services पर क्लीक करना करना है. और Driving Licence Number और जन्म तारीख भरकर सबमिट करना पड़ेगा.
- इस पूरी प्रोसेस को करने के बाद जैसे ही आप Get DL Details पर क्लीक करेंगे तो आपके सामने आपकी ड्राइविंग लाइसेंस की डिटेल्स सामने आ जाएगी. यदि ऐसा करने पर आपके लाइसेंस की जानकारी सामने न आए तो समझ लीजिए की आपका ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी या DL में कुछ गड़बड़ी है. जिसे सुधरने के लिए आपके RTO में संपर्क करें.
उल्लेखनीय है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देशभर के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीकरण प्रमाण-पत्र का एक साझा मानक प्रारूप और डिजाइन तैयार किया है. इसके साथ ही कागज या पुस्तिका आधारित ड्राइविंग लाइसेंस या पंजीकरण प्रमाण-पत्र जारी करने का विकल्प समाप्त कर दिया है. अब ये प्रमाण-पत्र सिर्फ दो तरह के कार्ड- पीवीसी कार्ड या पोली कार्बोनेट कार्ड के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसके उच्च मानक तय किये गए है, जो ड्राइविंग लाइसेंस के फर्जीवाड़े को रोकता है और सुगमता बढ़ाता है.