जयपुर, 14 फरवरी राजस्थान पुलिस ने चित्तौड़गढ़ के मंगलवाड थाना क्षेत्र में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और टोल प्लाजाओं की फर्जी पर्चियां बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चिप लगे खाली लाइसेंस के 200 कार्ड सहित फर्जी दस्तावेज बनाने के उपकरण बरामद किये गए हैं।
चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी देवेन्द्र दास के घर दबिश दी गई। तलाशी में उसके घर से कुछ फर्जी लाइसेंस की फोटो प्रतियां, टोल नाको की पर्चियां बरामद की गईं।
उन्होंने बताया कि मौके से चिप लगे खाली लाइसेंस के 200 कार्ड, बिना चिप के 48 कार्ड, फर्जी दस्तावेज बनाने के उपकरण, दो लैपटॉप, एक कलर प्रिंटर सहित तीन प्रिंटर के अलावा कई उपकरण बरामद किये गये हैं।
अधिकारी ने बताया कि सांगरिया निवासी आरोपी देवेन्द्र (33) और ऋषि अग्रवाल (25) के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने लाइसेंस पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गुजरात सहित देश के विभिन्न राज्यों के बनाये हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपियों द्वारा पांच-छह हजार फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस बनाए गये हैं।
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