गुरुग्राम, 7 अक्टूबर : पश्चिम अफ्रीका के गाम्बिया में दर्जनों बच्चों की मौत के सिलसिले में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ), ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) और हरियाणा स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर की एक टीम ने सोनीपत स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित चार कफ सिरप के नमूने एकत्र किए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा द गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के संभावित लिंक के लिए मेडेन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित कफ सिरप के बारे में अलर्ट जारी करने के बाद सरकारी एजेंसियां हरकत में आ गईं.
सहायक राज्य औषधि नियंत्रक मनमोहन तनेजा ने आईएएनएस को बताया, "सीडीएससीओ, डीसीजीआई और हरियाणा के राज्य औषधि नियंत्रक की एक टीम ने जांच के लिए गाम्बिया को निर्यात किए गए चार कफ सिरप के नमूने एकत्र किए हैं." चार उत्पाद प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन बीपी, क्लोरफेनमाइन मालेट, फेनलेफ्राइन एचसीआई, डेक्सट्रोमेथॉर्फन एचबीआर सिरप (मैकॉफ बेबी कफ सिरप), फेनिरामाइन मालियेट, अमोनियम क्लोराइड, मेन्थॉल सिरप (कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप), पैरासिटामोल फेनलेफ्राइन एचसीएल और क्लोरफेनमाइन मालेट सिरप (मैगिप एन कोल्ड सिरप) हैं. उन्होंने कहा कि नमूने कोलकाता स्थित एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं और अगले कुछ दिनों में परीक्षण के परिणाम आने की उम्मीद है. यह भी पढ़ें : Tamil Nadu: शिवकाशी में पटाखा इकाइयों को ऊंची कीमतों से कारोबार में गिरावट की फिक्र
इस बीच, सूत्रों ने कहा कि मेडेन फार्मास्युटिकल्स ने आगे की जांच के लिए अपने उत्पादों को वापस बुला लिया है और आगे बढ़ने के लिए सरकार के निर्देशों की प्रतीक्षा कर रही है. सूत्रों ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला है कि मेडेन फार्मास्युटिकल एक निर्माता है जिसे संदर्भ के तहत उत्पादों के लिए राज्य दवा नियंत्रक द्वारा लाइसेंस प्राप्त है, और इन उत्पादों को केवल गाम्बिया को निर्यात किया जाता है. कंपनी के दो निदेशक हैं - नरेश कुमार गोयल और विवेक गोयल. दो विनिर्माण संयंत्र हैं- एक सोनीपत और दूसरा पानीपत में. इनका कॉर्पोरेट कार्यालय नेताजी सुभाष प्लेस, पीतमपुरा, दिल्ली में है.