उत्तर प्रदेश में आजम खान के बयान के बाद सियासी लड़ाई थमी नहीं थी तब तक उनके बेटे अब्दुल्ला आजम बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा पर एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं. अपने पिता आजम खान (Azam Khan) के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रामपुर ( Rampur) में रविवार को अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) ने कहा कि, हमें बजरंगबली और अली चाहिए, अनारकली (Anarkali ) नहीं. वहीं अब्दुल्ला के इस बयान के बाद फिर से सियासी परा गरम होने लगा है.
बता दें कि आजम खान पर बैन के बाद अब्दुल्ला खां ने कहा था कि चुनाव आयोग ने मुस्लिम होने के कारण उनके पिता के प्रचार पर रोक लगाई है. रामपुर की स्वार सीट से सपा विधायक अब्दुल्ला ने कहा था कि आयोग ने उन पर चुनाव प्रचार से सिर्फ इसलिए रोका है, क्योंकि वह मुस्लिम हैं. उन्होंने कहा, चुनाव आयोग ने हम पर एकतरफा कार्रवाई की है. मेरे पिता ने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था, लेकिन चुनाव आयोग ने सफाई का मौका तक नहीं दिया. मैं जानता हूं कि आयोग ने मोदी को खुश करने के लिए बैन लगाया है.
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SP leader Abdullah Azam Khan (son of SP leader Azam Khan) in Rampur: Ali bhi humare, bajrangbali bhi humare. Humein Ali bhi chahiye, bajrangbali bhi chahiye lekin Anarkali nahi chahiye. (21.4.19) pic.twitter.com/geozRjwAej
— ANI UP (@ANINewsUP) April 22, 2019
गौरतलब हो कि आजम खां ने एक रैली के दौरान बिना नाम लिए भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी. उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर 72 घंटों की रोक लगाने का आदेश दिया था. जिसके बाद आजम तीन दिन तक चुनाव प्रचार नहीं कर पाएं. उसी बाद से जयाप्रदा और आजम खान में जुबानी जंग जारी है. वहीं रामपुर में जीत के लिए सपा बनाम बीजेपी की लड़ाई अब चरम रूप धारण कर रही है.