National Voters Day 2021: राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब है? इस वर्ष का थीम क्या है? यहां जानिए सबकुछ
मतदान (Photo Credits: File Photo)

नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग 25 जनवरी 2021 को 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने जा रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद निर्वाचन आयोग द्वारा नई दिल्ली में आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय समारोह में मुख्य अतिथि होंगे. यह कार्यक्रम नई दिल्ली के अशोक होटल में आयोजित किया जाएगा और माननीय राष्ट्रपति वर्चुअल तरीके से राष्ट्रपति भवन से इसमें शामिल होंगे. केंद्रीय कानून एवं न्याय, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. गुजरात में फरवरी में होंगे स्थानीय निकाय चुनाव, बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर

इस वर्ष के एनवीडी का विषय है- 'मेकिंग आवर वोटर्स एम्पावर्ड, विजिलेंट, सेफ एंड इन्‍फॉर्म्‍ड'  यानी मतदाताओं को सशक्‍त, सतर्क, सुरक्षित और जानकार बनाना. इसके तहत चुनाव के दौरान मतदाताओं की सक्रियता एवं सहभागिता की परिकल्पना की गई है. साथ ही यह कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान सुरक्षित तरीके से चुनाव कराने के प्रति निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता पर भी केंद्रित है.

भारतीय निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस यानी 25 जनवरी 1950 को मनाने के लिए 2011 से हर साल 25 जनवरी को देश भर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है. एनवीडी उत्सव का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को प्रोत्साहित करना, उन्‍हें सुविधा प्रदान करना और विशेषकर नए मतदाताओं के लिए अधिकतम नामांकन करना है. देश के मतदाताओं को समर्पित इस दिवस का उपयोग मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में जानकारी के साथ उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने में किया जाता है. एनवीडी के कार्यक्रम के दौरान नए मतदाताओं को उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) सौंपे जाते हैं.

कार्यक्रम के दौरान भारत के माननीय राष्ट्रपति वर्ष 2020-21 के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे और निर्वाचन आयोग के वेब रेडियो: 'हैलो वोटर्स' का शुभारंभ करेंगे. बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे आईटी पहल, सुरक्षा प्रबंधन, कोविड-19 के दौरान चुनाव प्रबंधन, सुलभ चुनाव और मतदाता जागरूकता एवं आउटरीच का क्षेत्र योगदान जैसे कार्यों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाएगा. मतदाताओं की जागरूकता में बहुमूल्य योगदान के लिए राष्ट्रीय हस्तियों, सीएसओ और मीडिया समूह जैसे महत्वपूर्ण हितधारकों को राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिए जाएंगे.

निर्वाचन आयोग का वेब रेडियो: 'हैलो वोटर्स': यह ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों को प्रसारित करेगी. यह भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर एक लिंक के माध्यम से उपलब्‍ध होगा. रेडियो हैलो वोटर्स के कार्यक्रम की शैली लोकप्रिय एफएम रेडियो सेवाओं के अनुरूप परिकल्पित की गई है. यह देश भर में हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में गीत, नाटक, परिचर्चा, स्पॉट, चुनाव संबंधी खबरों आदि के जरिये मतदाताओं को चुनाव प्रक्रिया की जानकारी एवं शिक्षा प्रदान करेगा.

केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ई-ईपीआईसी यानी ई-एपिक कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और पांच नए मतदाताओं को ई-एपिक एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान करेंगे. ई-एपिक मतदाता फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है जिसे वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं वेबसाइट https://voterportal.eci.gov.in/ और https://www.nvsp.in/ के जरिये एक्सेस किया जा सकता है.

कार्यक्रम के दौरान श्री प्रसाद चुनाव आयोग के तीन पुस्तिकाओं का विमोचन भी करेंगे. इन दस्तावेजों की प्रतियां भारत के माननीय राष्ट्रपति को प्रस्तुत की जाएंगी. इन पुस्तिकाओं का विवरण निम्‍नलिखित है:

कंडक्टिंग इले‍क्शन ड्यूरिंग पैनडेमिक- अ फोटो जर्नी: यह फोटो पुस्तिका वैश्विक महामारी के बीच चुनाव कराने की चुनौतीपूर्ण यात्रा को प्रस्‍तुत करती है. आयोग ने देश में कई चुनावों का सफलतापूर्वक आयोजन किया जिसकी शुरुआत राज्‍यसभा के द्विवार्षिक चुनाव से हुई. उसके बाद बिहार में विधान सभा चुनाव हुए जो वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया भर में इस प्रकार का एक  सबसे बड़ा अभियान था. देश के विभिन्न राज्यों में 60 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव भी हुए.

एसवीईईपी एंडेवर्स: अवेयरनेस इनिशिएटिव ड्यूरिंग लोकसभा इले‍क्‍शन, 2019: यह पुस्तक 2019 में आयोजित 17वें लोकचुनाव चुनाव के दौरान मतदाता जागरूकता हस्तक्षेप, नवाचार और पहल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है. इसमें मतदान को 'देश का महात्‍योहार' कहा गया है जो लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्‍योहार है. इसे लिंग, जाति, पंथ और धर्म की बाधाओं से ऊपर उठकर देश भर में मनाया जाता है.

चलो करें मतदान: यह एक हास्य पुस्तक है जिसका उद्देश्य मतदाता शिक्षा को मजेदार और सोचने लायक बनाना है. युवा, नए और भविष्य के मतदाताओं को लक्षित करते हुए इस कॉमिक में चुनावी प्रक्रियाओं पर बड़े पैमाने पर मतदाताओं को शिक्षित करने के लिए दिलचस्प और संबंधित चरित्रों को शामिल किया गया है.