नई दिल्ली: कोरोना महामारी (COVID-19) के चलते मार्च 2020 में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगा प्रतिबंध शनिवार 27 मार्च से समाप्त हो गया है. इसके साथ ही दो साल के लंबे अंतराल के बाद छह भारतीय एयरलाइंस और 60 विदेशी एयरलाइंस ने आज से भारत को 63 देशों से जोड़ना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं 23 मार्च 2020 से स्थगित हैं. हालांकि, जुलाई 2020 से करीब 35 देशों के साथ "एयर बबल" व्यवस्था के तहत भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है.
इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस से बैन हटने के बाद भारत के साथ जो देश जुड़ने वाले हैं उनमें ईरान, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, तुर्की, यमन और मिस्र शामिल हैं. यहां तक कि एयर बबल उड़ानों की जगह अगर नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें लेती हैं, तो भी भारत में इंटरनेशनल अरवाइल के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश लागू रहेंगे.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा घोषित नए नियमों में कहा गया है कि केबिन क्रू सदस्यों को अब व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट पहनने की आवश्यकता नहीं होगी. हालांकि, हवाई अड्डों और उड़ानों में फेस मास्क पहनना और हाथों की स्वच्छता बनाए रखना अभी भी अनिवार्य है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक नए समर शेड्यूल के अनुसार, विदेशी एयरलाइंस कंपनियां 1,783 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेंगी, जबकि भारतीय एयरलाइंस कंपनियां हर हफ्ते 1,466 फ्लाइट्स का संचालन करेंगी. इंडिगो प्रति सप्ताह 505 उड़ान, टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की 361 साप्ताहिक उड़ानें और इसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस की प्रति सप्ताह 340 उड़ानें संचालित होंगी.