नई दिल्ली:- पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन (India-China Standoff) के बीच तनाव अब भी कम नहीं हुआ है. चीन की हरकतों को भारत अब अच्छी तरह भांप चुका है. शायद यही कारण है कि भारत सरकार चीन के प्रति कोई भी ढिलाई बरतने को तैयार नहीं है. वैसे तनाव के बीच कई बार दोनों देश के सैन्य अधिकारीयों के बीच बैठके भी हुई. लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला. इस दौरान आगे बातचीत होंगे इसके आसार भी कम नजर आ रहे हैं. इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) के एक बयान चीन को लेकर फिर से सामने आया है. दरअसल एएनआई को एक इंटरव्यू के दौरान राजनाथ सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि जो हमे छेड़ेगा उसे हम छोड़ेंगे नहीं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सभी देशों के साथ शांति के साथ रहना रहना चाहता है. लेकिन इस दौरान अगर कोई हमे छेड़ता है तो उसे हम छोड़ेंगे भी नहीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडो-चीन के बीच जो स्टैंड ऑफ चल रहा था उसे दूर करने के लिए बातचीत चल रही थी लेकिन उसमें अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है, अभी तक यथास्थिति बनी हुई है। अगले राउंड की भी बैठक होगी उसमें मिलिट्री लेवल पर बातचीत होगी. Mehbooba Mufti Attacks Modi Govt: महबूबा मुफ्ती का केंद्र पर तंज, कहा-कश्मीर को भारत-पाकिस्तान के बीच में अमन का पुल बनाना पडे़गा जिसकी शुरुआत पूर्व PM वाजपेयी ने की थी.
देखें VIDEO:-
#WATCH India has a sharp focus. ‘Jo hume chedega hum usse chhorenge nahi’. We want to maintain peaceful relations with all nations: Defence Minister Rajnath Singh to ANI, on being asked if this year's incident at the border was a result of possible collusion between China-Pak pic.twitter.com/AxcPSKxEfs
— ANI (@ANI) December 30, 2020
राजनाथ सिंह ने कहा, भारत अपने स्वाभिमान को ठेस पहूंचाने वाली किसी भी चीज़ को बर्दाश्त नहीं करेगा. नरम होने का मतलब यह नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला कर सकता है और हम चुपचाप बैठकर देखते हैं. भारत अपने गौरव से कोई समझौता नहीं करेगा.
ANI का ट्वीट:-
India will not tolerate anything that hurts its self-respect.
Being soft does not mean that anyone can attack our pride and we sit and watch silently. India will not compromise on its pride: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/9twfaiXtAV
— ANI (@ANI) December 30, 2020
गौरतलब हो कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन दोनों आमने-सामने हैं. भारत चीन की हर चाल का जवाब अब उसके ही अंदाज में देने के फैसला कर लिया है. यही कारण है कि पूर्वी लद्दाख के अलग-अलग उन दुर्गम ठिकानों जहां पर तापमान हड्डियों को गला दें वहां पर करीब 50 हजार सेना के जवानों को पूरी तैयारी के साथ सरकार ने लड़ाई की स्थिति के लिए तैनात और तैयार गया है.