ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने बुधवार को एक ऐसे गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की है जो हनीट्रैप में फंसाकर लोगों से पैसे वसूलता था. पुलिस ने गिरोह के दो महिला सदस्यों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह हनीट्रैप के जरिए लोगों को फंसाकर उनसे पैसे ऐंठता था. गिरोह में शामिल महिलाएं लोगों को फोन करती थीं और उन्हें व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए बुलाती थीं. इसके बाद उन्हें झूठे बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूले जाते थे.
एजेंसी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान गिरोह के सरगना राज चौधरी, भूपेंद्र सिंह, फैजान अहमद, राहुल कुमार, संजना यादव और रीफा उर्फ रुस्तम के रूप में हुई है. ग्रेटर नोएडा के अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त, अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि गिरोह के लोग निर्दोष लोगों को ठगते थे.
गिरोह के लोग पहले फोन के जरिए लोगों से दोस्ती करते थे और फिर उन्हें पार्टी के बहाने किसी जगह पर बुलाते थे. बाद में वे उन्हें बलात्कार, छेड़छाड़ के मामले में फंसाने की धमकी देते थे. वे पीड़ितों पर हमला भी करते थे ताकि उनसे पैसे वसूल सकें. पुलिस ने गिरोह के दो महिला सदस्यों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग किसी को फोन करते समय झूठी पहचान देते थे. पुलिस ने उनके पास से एक महिंद्रा स्कॉर्पियो भी जब्त की है.
दरअसल, मंगलवार को मुरादाबाद निवासी पीड़ित ने बीटा 2 थाने में मामला दर्ज कराया था. इसके बाद यह रैकेट पकड़ा गया. पुलिस ने बताया कि 10 जून, 2024 को आरोपियों ने रीफा के माध्यम से पीड़ित को फोन करके उसे मिलने के लिए बुलाया था. पीड़ित अपने एक दोस्त के साथ गिरोह के जाल में फंस गया.
जब पीड़ित लड़का रिफा से मिलने पहुंचा, तो गिरोह का सरगना राज चौधरी अपने साथियों संजना यादव, भूपेंद्र सिंह, फैजान अहमद और राहुल कुमार के साथ मौके पर पहुंच गया. सभी गिरोह के सदस्य पीड़ित की कार में सवार हो गए और उस पर जबरन कब्ज़ा कर लिया और उसके दोस्तों को धमकाया. गिरोह के सदस्यों ने पीड़ित से पांच लाख रुपये की मांग की और उसे झूठे बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी दी अगर उसने पैसे नहीं दिए.
डर के मारे पीड़ित ने अपनी कार में रखे 50,000 रुपये दे दिए. इसके बाद पीड़ित ने बीटा-2 थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान पुलिस ने बुधवार को आरोपियों को परी चौक के पास गिरफ्तार किया. पूछताछ में गिरोह ने बताया कि 20 दिन पहले नोएडा के सेक्टर-135 में एक फार्महाउस के पास भी इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया था.