शिमला: हिमाचल प्रदेश पिछले दिन से हो रही भारी बारिश की मार झेल रहा है. तीन जगह बादल फटने और दो दिन से भारी बारिश के चलते आधे हिमाचल में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. शहर के निचले इलाकों में कई जगह तीन फीट तक पानी भर गया है. बादल फटने से ब्यास और रावी नदी का जलस्तर भी बहुत बढ़ गया. शहर में जगह-जगह पर लोग बाढ़ के पानी में फंस गए. इन लोगों की जान सेना और स्थानीय लोगों द्वारा बचा ली गई है, लेकिन इनकी झोपड़ियां नदी में समा गईं. बारिश के प्रकोप से सभी नदियों ने विकराल रूप धर लिया है.
कुल्लू में तो नदी का बहाव इस कदर तेज था कि देखते ही देखते एक ट्रक पानी में बह गया. कुल्लू और मनाली में सड़कों पर पानी भरने के कारण लोगों का संपर्क मुख्य मार्गों से टूट गया है. चंडीगढ़ में भी मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग 3 को फिलहाल बंद किया गया है. यह भी पढ़ें- नहीं थमा DAYE तूफान का कहर, मौसम विभाग ने 8 राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट
राज्य में बाढ़ का प्रकोप
कुल्लू, चंबा और मंडी जिले में हालत खतरनाक हैं. कुल्लू जिला प्रशासन के अनुसार फोजल, धुंधी और लगवैली में बादल फटने से ब्यास का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है. पानी खतरे के निशान के ऊपर होने पर मंडी के पंडोह, लारजी, कांगड़ा के सानन और चंबा के चमेरा डैम के गेट खोलने पड़े. डैम के गेट अचानक खोलने से ब्यास और रावी नदी का जलस्तर और बढ़ गया और बाढ़ आ गई, बाढ़ का पानी निचले रिहायशी इलाकों में भर गया है.
Kullu: Normal life disrupted following heavy rainfall & flash flood in the region. Kullu Deputy Commissioner Yunus Khan says, 'we are trying to evacuate & rehabilitate people. I request people not to go to high reach areas & near rivers.' #HimachalPradesh (23.09.18) pic.twitter.com/ic2ZrrLE7k
— ANI (@ANI) September 23, 2018
नौ जिलों में हाई अलर्ट
जिला प्रशासन द्वारा नौ जिलों कुल्लू, मंडी, चंबा, सिरमौर, कांगड़ा, हमीरपुर, लाहौल, बिलासपुर और किन्नौर के लिए हाई अलर्ट घोषित किया गया है. साथ ही इन जिलों के स्कूलों में भी प्रशासन द्वारा सोमवार की छुट्टी घोषित की गई है.
सेना ने 19 लोगों को बचाया
बादल फटने से रविवार को कुल्लू जिले के कई इलाकों में जल प्रलय जैसे हालात बन गए. प्रशासन ने एनडीआरएफ को मदद के लिए बुला लिया. मनाली के डोभी में 19 लोग घरों में फंस गए. इन 19 लोगों को रविवार के दिन भारतीय वायु सेना हेलीकॉप्टर ने कड़ी मशक्कत से लोगों को निकाला. एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश पर हेलीकॉप्टर ने लोगों को सुरक्षित बचा लिया.
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
राज्य में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण उपजी स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जान-माल की हानि को कम करने के लिए एहतियाती कदम उठाएं. अधिकारियों ने बताया कि इस बीच बैठक में सूचित किया गया कोकसर में फंसे 120 लोगों को बचा लिया. मरी और रोहतांग से 23-23 लोगों को बचाया गया है. यह भी पढ़ें- तेल की महंगाई ने तोड़ी आम आदमी की कमर, मुंबई में 90 के पार पहुंचा पेट्रोल
लोगों के घर करवाए गए खाली
चंबा में रावी नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए दुर्गेठी, राख, धरवाला, परेल, शीतला ब्रिज, बालू, तड़ोली में मकानों को खाली करवाया गया है. जवाहर नवोदय विद्यालय सरोल में रह रहे विद्यार्थियों को दूसरे संस्थानों में शिफ्ट किया गया है. कांगड़ा से लौट रहे भेड़पालकों के 300 मवेशी बाढ़ में बह गए. इलाके में अलग-अलग जगह पर 3 पुल नदी में बह गए हैं. कई गावों का शहरों से संपर्क टूट गया है.
उत्तराखंड को भी मौसम विभाग का अलर्ट
हिमाचल के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए भी मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भारी बताए हैं. राज्य में ऋषिकेश, देहरादून सहित अन्य पहाड़ी इलाकों में शनिवार से ही बारिश हो रही है. रविवार सुबह में राज्य में भारी बारिश हुई. बारिश के कारण कई सड़के बाधित हुई हैं.
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तरी बेल्ट के कई राज्यों को भारी बारिश का अलर्ट दिया है. उत्तराखंड के देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.