कोटा के बाद अब गुजरात से आया बच्चों की मौत का हैरान करने वाला आंकड़ा, एक महीने के भीतर राजकोट में 111 और अहमदाबाद में गई 85 मासूमों की जान
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

गांधी नगर: कोटा (Kota) के जेके लोन (JK Lon Hospital) अस्पताल में मासूम बच्चों की मौत का आकंड़ा लगातर बढ़ता जा रहा है. शनिवार को यहां 3 और मासूम बच्चों की मौत (Infants Death) हो गई है, जिसके बाद यह आंकड़ा बढ़कर 110 हो गया है. अब कोटा के बाद गुजरात (Gujarat) से भी मासूम बच्चों की मौत का हैरान करने वाला आंकड़ा सामने आया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, महज एक महीने में राजकोट (Rajkot) और अहमदाबाद (Ahmedabad) में 196 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है. राजकोट के एक सरकारी अस्पताल (Civil Hospital) में पिछले एक महीने में जहां 111 मासूमों की जान गई है तो वहीं अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में 85 बच्चे काल के गाल में समा गए हैं.

राजकोट के अस्पताल में मरने वालों में सभी बच्चे नवजात थे और 111 बच्चों में से 96 प्री-मैच्योर डिलीवरी से हुए थे और उनका वजन सामान्य से बहुत कम था. बताया जा रहा है कि अस्पताल के एनआईसीयू में ढाई किलो से कम वजन वाले बच्चों को बचाने की व्यवस्था और क्षमता नहीं है, जबकि अहमदाबाद के अस्पताल में 85 बच्चों की मौत का हैरान करने वाला आंकड़ा सामने आया है.

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गुजरात में बच्चों की मौत का आंकड़ा

गुजरात में मासूम बच्चों की मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो एक साल में 1235 बच्चों की मौत हुई है, जबकि अहमदाबाद में 253 बच्चों ने जान गंवाई है.

राजकोट (2019 का आंकड़ा)-

जनवरी- 122

फरवरी- 105

मार्च- 88

अप्रैल- 77

मई- 78

जून- 88

जुलाई- 84

अगस्त- 100

सितंबर- 118

अक्टूबर- 131

नवंबर- 110

दिसंबर- 134

अहमदाबाद (2019 का आंकड़ा)

अक्टूबर- 94

नवंबर- 74

दिसंबर- 85 यह भी पढ़ें: Kota Infant Deaths: स्मृति ईरानी ने कहा-कोटा अस्पताल में मौतों को लेकर राजस्थान सरकार ने सावधानी क्यों नहीं बरती

गौरतलब है कि राजस्थान स्थित कोटा के जेके लोन अस्पताल में महज 36 दिनों में 110 बच्चों की मौत हो गई है. शनिवार को राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अस्पताल का दौरा करने पहुंचे और इसे दिल दहला देने वाली घटना बताया. हालांकि इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए कोटा पहुंचे थे.