बफर स्टॉक (Buffer Stock): देश में पिछले कई वर्ष से अचानक प्याज की कमी और उसकी कीमत में बड़ा उछाल देखा जाता रहा है, लेकिन इस बार इन पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) पहले से काफ़ी गंभीर नज़र आ रही है. ग़ौरतलब हो इस दिशा में सरकार उचित कदम भी उठा रही है. इसके लिए वह वर्ष 2021-22 में बफर स्टॉक के लिए 2 लाख टन प्याज खरीदने की योजना बना रही है.
प्याज के दाम में अत्यधिक वृद्धि को रोकने के लिए सरकार दे रही विशेष ध्यान
वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने बताया कि केंद्र सरकार प्याज के निर्यात और आयात को लेकर समय-समय पर आवश्यक कदम उठाती है ताकि घरेलू उपभोक्ताओं को किफायती कीमत पर प्याज उपलब्ध कराया जा सके. उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को प्याज का अधिक दाम न देना पड़े इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: धान के कटोरे चंदौली में अब हो रही है स्ट्रॉबेरी की खेती, किसानों की चमकी किस्मत
सरकार प्याज का करेगी बफर स्टॉक
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश में प्याज की कीमतों की नियमित आधार पर निगरानी की जाती है. इस संबंध में वर्ष 2021-22 के लिए प्याज के लिए कीमत स्थिरीकरण निधि (PSF), 2 लाख मीट्रिक टन बफर-स्टॉक रखने के लक्ष्य को अनुमोदित किया गया है. बफर स्टॉक को मार्च 2021 से आने वाली रबी-2021 प्याज की खरीद द्वारा बनाया जाएगा.
क्या है बफर स्टॉक व्यवस्था
बता दें कि बफर स्टॉक (Buffer Stock) एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत अच्छी फसल होने के दौरान उसका भंडारण कर लिया जाता है, ताकि फसलों का मूल्य निर्धारित न्यूनतम सीमा से कम न हो. इसे उस समय उपलब्ध कराया जाता है जब फसल अच्छी नहीं होती या मूल्य वृद्धि होने की संभावना बनी रहती है.