नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. हालांकि भारत में कुल पॉजिटिव मामलों के प्रतिशत की तुलना में सक्रिय मामलों की संख्या में गिरावट का ट्रेंड लगातार बना हुआ है. इस समय देश में कुल पॉजिटिव मामलों में से केवल 14.90 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं. इस बीच केंद्र सर्कार ने बताया कि कोविड-19 के आयुर्वेद (Ayurveda) आधारित 58 परीक्षणों का एक मार्च से 25 जून के दौरान रजिस्ट्रेशन हुआ है. राजस्थान में 2 अक्टूबर से शुरू होगा ‘कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन’
आयुष मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में बताया कि ‘क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया’ (सीटीआरआई) में एक मार्च से 25 जून के बीच कोविड-19 के लिए आयुर्वेद से जुड़े 58 नए प्रायोगिक परीक्षणों का रजिस्ट्रेशन हुआ. यह राष्ट्र स्तर पर आयुष क्षेत्र में तथ्य आधारित अध्ययनों के बढ़ते रूझान को दिखाता है. मंत्रालय आगे कहा कि इस साल अगस्त में आयी खबरों में कहा गया था कि सीटीआरआई में पंजीकृत 203 प्रायोगिक परीक्षणों में 61.5 प्रतिशत आयुष विषय के थे.
इन 58 पंजीकृत परीक्षणों में 52 (89.66%) परम्परागत परीक्षण हैं, जबकि 6 (10.34%) पर्यवेक्षणीय परीक्षण हैं. इन परीक्षणों में अधिक संख्या लक्षित आबादी के रूप में दोनों लिंगों के वयस्क प्रतिभागियों की है. कुल 53 (91.38%) परीक्षणों में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रतिभागियों को भर्ती किया गया है, जबकि केवल 05 (8.62%) परीक्षणों में 18 वर्ष से कम उम्र के प्रतिभागियों को भर्ती करने का इरादा रहा है.
मंत्रालय ने कहा कि कुल पंजीकृत परीक्षण में लगभग 70 प्रतिशत परीक्षण सरकार और आयुष मंत्रालय से जुड़े आयुर्वेद के विभिन्न हितधारकों द्वारा प्रायोजित किए गए थे. इन परीक्षणों से शोधकर्ताओं को भविष्य के अगले कदम को लेकर रणनीति बनाने में मदद मिलेगी और लोगों को कोविड-19 को रोकने में आयुर्वेद की अहमियत का भी पता चलेगा. परीक्षण पूरा हो जाने पर परिणाम का जल्द से जल्द प्रकाशन किया जाएगा ताकि नीति-निर्माताओं को इसका फायदा मिले.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गुरुवार को भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 86,821 नए मामले सामने आए और 1,181 मौतें हुईं. देश में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 63,12,585 हो गई है. जिसमें 9,40,705 सक्रिय मामले है और 52,73,202 ठीक हुए है. जबकि अब तक 98,678 पीड़ितों की मौत हुई हैं.