केजरीवाल सरकार के 4 फैसलों से 'प्रदूषण मुक्त’ दिल्ली का सपना हो रहा पूरा
सीएम अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वासियों को साथ लेकर प्रदूषण पर किया चौतरफा वार किया है. युद्ध, प्रदूषण के विरूद्ध अभियान चलाकर दिल्ली निवासियों को वाहनों के साथ अन्य तरह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया. सरकार ने वन उत्सव का आयोजन कर पूरी दिल्ली में 31 लाख पौधे लगाए और चार नए वन क्षेत्रों को भी विकसित करने का काम शुरू किया.

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के प्रदूषण को कम करने को लेकर सदा ही गंभीर रही है. सरकार ने पिछले वर्ष प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए और दिल्ली वासियों पर कोराना के साथ प्रदूषण की दोहरी मार नहीं पड़ने दी.

रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान की शुरूआत की

सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अक्टूबर में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान की शुरूआत की थी. सीएम की अपील पर दिल्ली निवासियों ने बढ़चढ़ कर अभियान में हिस्सेदारी की और दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों ने पूरे अभियान तक सड़क पर उतर कर वाहन चालकों को जागरूक किए. साथ ही 2500 सिविल डिफेंस वालेंटियर नियुक्त कर उन्हें दिल्ली के उन 100 व्यस्त चौराहों पर लगाया गया, जहां वाहनों को रेड लाइट ऑन होने पर 2 मिनट या अधिक समय तक रूकना पड़ता है. इस दौरान वालेंटियर्स ने चालकों से अपनी गाड़ी बंद करने की अपील की और दिल्ली ने भी अभियान में पूरा साथ दिया.

युद्ध, प्रदूषण के विरूद्ध अभियान से प्रदूषण पर बोला चौतरफा हमला

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ चौतरफा हमला बोलने के उद्देश्य से ‘युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध’ अभियान की शुरूआत की. अभियान में पूरी दिल्ली के निवासियों को शामिल किया गया. इसके तहत सड़कों पर उड़ने वाली धूल रोकने के लिए मैकेनिकल सफाई की शुरूआत की गई. अभियान चलाकर सड़कों पर हुए गड्ढों को ठीक किया, ताकि धूल के प्रदूषण को रोका जा सके. इसके अलावा प्रदूषण को रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने विभिन्न स्थानों पर 23 एंटी स्मॉग बन स्थापित किया है.

पराली की समस्या को दूर करने के लिए बायो डिकंपोजर तैयार किया

सरकार ने पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए पूसा इंस्टीट्यूट द्वारा इजाद की गई बायो डीकम्पोजर घोल तकनीक का इस्तेमाल किया. इस घोल के इस्तेमाल से पराली को जलाने की जरूरत नहीं होती है और वो कुछ दिनों में गल कर खाद में बदल जाती है. दिल्ली सरकार ने सभी किसानों के खेत में इस घोल का निशुल्क छिड़काव किया.

ग्रीन दिल्ली ऐप से कूड़े को जलने से रोका

केजरीवाल सरकार ने ग्रीन दिल्ली एप शुरू किया और लोगों से अपील की कि कहीं कूड़ा जल रहा हो या कचरा जमा किया जा रहा हो, तो उसकी फोटो, वीडियो या ऑडियो एप पर अपलोड कर शिकायत कर सकते हैं. एप पर आने वाली शिकायतों को तत्काल निस्तारित किया.