नई दिल्ली: कृषि कानून (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers' Protest) पिछले दो हफ्तों से जारी है. मंगलवार को भारत बंद बुलाया गया था, जिसे कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी हासिल हुए. भारत बंद के बाद किसान नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की. इस बैठक में किसानों की मांग पर बात हुई और सरकार ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि कृषि कानून वापस नहीं होंगे. हालांकि, सरकार इन कानूनों में कुछ संशोधन कर सकती है. गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद किसान नेताओं का बयान आया है कि आज सरकार लिखित प्रस्ताव देगी लेकिन आज सरकार और किसानों के बीच कोई मीटिंग नहीं होगी.
सरकार की तरफ से जो लिखित प्रस्ताव मिलेगा उस पर किसान नेता चर्चा करेंगे और तब आगे की रणनीति तय होगी. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, हम केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर एक बैठक करेंगे. सरकार के साथ 6 वें दौर की वार्ता रद्द कर दी गई है. ड्राफ्ट पर चर्चा की जाएगी और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. हमें उम्मीद है कि आज शाम 4-5 बजे तक चीजें स्पष्ट हो जाएंगी. Farmers Protest: वापस नहीं होंगे नए कृषि कानून, सरकार भेजेगी संशोधन के प्रस्ताव.
किसानों को मंजूर नहीं संशोधन:
We'll hold a meeting over the draft that will be sent by Centre. That meeting (6th round of talks with Govt) is cancelled. Draft will be discussed & further course of action will be decided. We hope things will be clear by 4-5 pm today: Rakesh Tikait, Spox, Bharatiya Kisan Union pic.twitter.com/fWvDTbZaJw
— ANI (@ANI) December 9, 2020
आगे की रणनीति बनाएंगे किसान:
If the writing is on amendment, our position is very clear. If it's on repeal of the Bill, only then can we take note of it & consider. That meeting (today's meeting with Centre) is cancelled. If letter comes & we consider it positive, meeting can be held tomorrow: Hannan Mollah https://t.co/CAduXcEEVd
— ANI (@ANI) December 9, 2020
अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह (Hannan Mollah) ने कहा, सरकार ने कहा कि वे आज लिखित में कुछ भेजेंगे. हमने उन्हें बताया है कि अगर यह लिखित में है, तो हम इस पर गौर करेंगे. आज दोपहर 12 बजे हमारी बैठक है. एक व्यापक समिति इस पर चर्चा करेगी.
हन्नान मोल्लाह ने आगे कहा, यदि प्रस्ताव संशोधन पर है, तो हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है. यदि यह विधेयक को निरस्त करने पर है, तभी हम इस पर ध्यान दे सकते हैं और विचार कर सकते हैं. सरकार के साथ आज होने वाली वह बैठक कल हो सकती है.
किसान आंदोलन को लेकर शरद पवार, राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा और डीएमके नेता टीआर बालू बुधवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने वाले हैं.