नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Farmer's Protest) को अब देशव्यापी आंदोलन बनाने की तैयारी है. देशभर के किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है. किसान संगठनों द्वारा दिए गए भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए, हरियाणा पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन (HPDWA) ने 8 दिसंबर को राज्य के सभी फ्यूल स्टेशनों को बंद करने का निर्णय लिया है. रविवार को पानीपत में HPDWA के सदस्यों की एक राज्य-स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया.
HPDWA के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहा, "जैसा कि हमारे अन्नदाता (किसान) एक सप्ताह से अधिक समय से सड़कों पर हैं, हमने उनके आंदोलन और हरियाणा (Haryana) में सभी फ्यूल स्टेशनों को 'भारत बंद' के दौरान बंद रखने का फैसला किया है." उन्होंने कहा, "हम सरकार से इस गतिरोध को खत्म करने और इस मुद्दे को हल करने की अपील करते हैं, ताकि किसान, उनके बच्चे और महिलाएं, जो सड़कों पर बैठकर ठंड झेल रहे हैं, अपने घरों को लौट सकें."
संजीव चौधरी ने कहा कि चल रहे आंदोलन ने समाज के हर क्षेत्र और वर्ग को प्रभावित किया है क्योंकि हजारों लोग अपनी नौकरियों में नहीं जा पाए थे और ईंधन क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है क्योंकि कुल ईंधन का 40 प्रतिशत किसानों द्वारा खरीदा जाता है. एसोसिएशन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कई दौर की बैठकों के बाद भी सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा, "सरकार को किसानों की सभी मांगों को स्वीकार करना चाहिए और इस आंदोलन को समाप्त करना चाहिए."
किसान संगठनों ने 8 दिसंबर (मंगलवार) को भारत बंद बुलाया है. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के किसान संगठनों की बैठक में भारत बंद को पर सहमति बनी. सिंघु बॉर्डर पर जय किसान आंदोलन से योगेंद्र यादव ने कहा, 8 तारीख को सुबह से शाम तक भारत बंद रहेगा. चक्का जाम शाम तीन बजे तक रहेगा. दूध-फल-सब्जी पर रोक रहेगी. शादियों और इमरजेंसी सर्विसेज पर किसी तरह की रोक नहीं होगी.