मुंबई, 5 सितम्बर: केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला करते हुए शिवसेना ने रविवार को कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के 'दीर्घकालिक ²ष्टिकोण' ने देश को मौजूदा आर्थिक आपदा से बचाया. अब वर्तमान सरकार उनके द्वारा बनाई गई राष्ट्रीय संपत्ति को बेचने का आनंद ले रही है. शिवसेना सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, "भाजपा सरकार के सोनिया गांधी, राहुल या प्रियंका से मतभेद हो सकते हैं, लेकिन नेहरू के लिए यह नफरत क्यों है? नेहरू द्वारा बनाई गई संस्थाओं को वर्तमान सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को गति देने के नाम पर बेचा जा रहा है."यह भी पढ़े: ईडी ने शिवसेना के मंत्री अनिल परब और सांसद भावना के ठिकानों पर की छापेमारी
उनकी टिप्पणी भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू और देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की तस्वीरों को भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष समारोह पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (Indian Council of Historical Research) (आईसीएचआर) द्वारा जारी एक प्रचार से हटाए जाने के बीच आई है. नेहरू की राष्ट्र-निर्माण विरासत पर जोर देते हुए राउत ने कहा, "सरकार को अब उनके द्वारा बनाई गई राष्ट्रीय संपत्ति को बेचने में मजा आ रहा है. "राउत ने कहा, "आपको हमेशा के लिए नेहरू का ऋणी रहना चाहिए, लेकिन इसके बजाय, आपने स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका को मिटा दिया है. नेहरू के प्रति इतनी दुश्मनी क्यों है. आपको देश को जवाब देना चाहिए. "
पार्टी अखबार सामना समूह में अपने साप्ताहिक कॉलम में इस कृत्य के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए राउत ने कहा कि नेहरू और आजाद के योगदान के बिना, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास कभी पूरा नहीं होगा.उन्होंने कहा, "केवल वे लोग जो इतिहास नहीं बना सकते हैं, वे इसे दूसरों के इतिहास को मिटाना एक बहादुरी मानते हैं. जो लोग स्वतंत्रता संग्राम से दूर रहे और कभी भी भाग नहीं लिया, वे अब स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों में से एक को बाहर रखने की कोशिश कर रहे हैं. यह उचित नहीं है ."