Eid al-Adha Mubarak 2025: देश भर की मस्जिदों में अदा की जा रही नमाज, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

नई दिल्ली, 7 जून : देशभर में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार भाईचारे के साथ मनाया जा रहा है. मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया, जहां लाखों लोग एकजुट होकर मुल्क की सलामती और अमन-चैन की दुआएं मांग रहे हैं. उत्तर प्रदेश से लेकर कर्नाटक, बिहार से दिल्ली तक, हर जगह लोग एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दे रहे हैं.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बकरीद पर मस्जिदों में नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की जा रही है. डीसीपी विचित्र वीर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "कई दिनों से थाना और सब-डिवीजन स्तर पर तैयारियां की गई थीं. मस्जिद कमेटियों और अमन कमेटियों से संपर्क कर लोगों को शांतिपूर्ण नमाज और कुर्बानी के लिए जागरूक किया गया. पश्चिमी जिले में 29 मस्जिदें हैं, जिनमें कुछ बड़ी मस्जिदों में हजारों लोग नमाज के लिए जुटे. सभी जगह विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए." उन्होंने कहा कि कुर्बानी निर्धारित जगहों पर ही करने और दूसरों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने की अपील की गई. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही और अब तक सभी कार्यक्रम शांति से चल रहे हैं. यह भी पढ़ें : Next BJP National President: बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? इन तीन बड़े नेताओं पर टिकी हैं सबकी नजरें

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में ईद-उल-अजहा की नमाज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई. शहर की ईदगाह में सुबह से ही नमाजियों की भीड़ उमड़ पड़ी. जिला अधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित भारी पुलिस बल ईदगाह के बाहर मौजूद रहा, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके. प्रशासन ने शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए, जिसके चलते नमाज़ सुचारु रूप से संपन्न हुई. नमाजियों ने देश में अमन-चैन और भाईचारे की दुआ मांगी.

वहीं, अलीगढ़ में भी ईद-उल-अज़हा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में अदा की गई. शहर की प्रमुख शाहजमाल ईदगाह में शहर मुफ्ती मोहम्मद खालिद हमीद की अगुवाई में नमाज पढ़ी गई. पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए, जिसमें रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की टीमें अलग-अलग जगहों पर तैनात रहीं. पुलिस अधीक्षक (नगर) मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि शाहजमाल ईदगाह पर नमाज सकुशल संपन्न हुई.

उन्होंने कहा, "लगातार पीस कमेटी की बैठकों और समाज के प्रबुद्ध लोगों से संवाद के कारण सड़कों पर कहीं भी नमाज नहीं पढ़ी गई. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे त्योहार शांति से मनाया जा सके." वाराणसी में भी बकरीद का उत्साह चरम पर रहा. मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की गई और लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद देते नजर आए. नमाजी आलम ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, "हमने मुल्क की सलामती और भाईचारे के लिए नमाज पढ़ी. आज का दिन खुशी का दिन है. हम चाहते हैं कि सभी लोग प्रेम और एकता के साथ रहें."

ईद-उल-अज़हा पर खुर्जा की ईदगाह में भी सैकड़ों की संख्या में नमाजी एकत्र हुए और नमाज अदा की. इस दौरान अतिरिक्त जिला अधिकारी (एडीएम), पुलिस अधीक्षक (देहात), उपजिलाधिकारी (एसडीएम) और क्षेत्राधिकारी (सीओ) सहित भारी पुलिस बल तैनात रहा. बुलंदशहर पुलिस अलर्ट मोड में है और हर गतिविधियों की ड्रोन से निगरानी कर रही है. प्रशासन ने लोगों से शांति और आपसी सौहार्द के साथ त्योहार मनाने की अपील की. नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर बकरीद की मुबारकबाद दी और अमन की दुआ मांगी.

बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में भी आज मुस्लिम समुदाय ने बकरीद की नमाज अदा की. नमाजियों ने देश में अमन, शांति और समृद्धि की दुआ मांगी. पटना स्थित मदरसा इस्लामिया के प्रिंसिपल एम. ए. कादरी नदवी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, "ईद-उल-अज़हा का मतलब है अल्लाह के सामने समर्पण. कुर्बानी के जरिए हम बुराई को खत्म करने और अच्छाई का संकल्प लेते हैं. यह अल्लाह और बंदे के बीच एक वादा है. नमाज़ के दौरान बुराई से दूर रहने और भाईचारे को बढ़ावा देने की दुआ की गई. पुलिस ने सभी संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर सुरक्षा बल तैनात किए. सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की गई, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके."

वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने बिहार के सुपौल में अपने पैतृक स्थान पर ईदगाह में सुबह करीब 7:30 बजे ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की. नमाज के बाद उन्होंने लोगों से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी. कर्नाटक में भी बकरीद का त्योहार जोश और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की गई, और लोग एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दे रहे हैं. नमाजियों में खुशी की लहर साफ दिखाई दी. प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए और त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.