नई दिल्ली: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच देश भर में कॉलेजों (Colleges) और विश्वविद्यालयों (Universities) में फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाओं (Exams) को लेकर उलझन की स्थिति बनी हुई है. इस बीच यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने गुरुवार को कहा था कि परीक्षाओं के आयोजन की स्थिति बताने के लिए विश्वविद्यालयों से संपर्क किया गया है. यूजीसी (UGC) द्वारा विश्वविद्यालयों से उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए संपर्क किए जाने के बाद करीब 755 विश्वविद्यालयों ने प्रतिक्रिया दी है, जिनमें 120 डीम्ड, 274 प्राइवेट, 40 केंद्रीय और 321 स्टेट यूनिवर्सिटीज शामिल हैं. 755 विश्वविद्यालयों में से 194 पहले ही परीक्षा दे चुके हैं और 366 अगस्त-सितंबर में परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं.
यूजीसी (University Grants Commission) की गाइडलाइंस के अनुसार कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के लिए 30 सितंबर तक यूजी और पीजी कोर्सेस के फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाएं कराना आवश्यक है. कोरोना संकट के बीच यूजीसी की गाइडलाइन्स को लेकर तमाम राज्यों में असमंजस की स्थिति बरकरार है. बता दें कि दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सरकारें अपने क्षेत्राधिकार के भीतर आने वाले विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाएं रद्द कर चुकी हैं. यह भी पढ़ें: Coronavirus Lockdown: लॉकडाउन के चलते जेएनयू, यूजीसी नेट, पीएचडी, नीट, टीटीई समेत कई प्रवेश परीक्षाएं स्थगित
देखें ट्वीट-
Universities were approached to inform status of conduct of examination. Response received from 755 Universities (120 Deemed, 274 Private, 40 Central & 321 State). Of these 194 have already conducted examination & 366 are planning to conduct examination in August/September: UGC pic.twitter.com/2BnxpzDtEv
— ANI (@ANI) July 18, 2020
गौरतलब है कि यूजीसी ने सभी राज्यों से उनके यहां विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा कराने की अपील की थी. इसके साथ ही कहा गया था कि ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड़ के जरिए यूनिवर्सिटी और कॉलेज परीक्षाओं का आयोजन कर सकते हैं. सितंबर के आखिर तक परीक्षा कराए जाने को लेकर कोर्ट में मामले की सुनवाई हो रही है. इस मामले में केंद्र, यूजीसी और दिल्ली यूनिवर्सिटी से परीक्षा कराने की गाइडलाइन्स को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने जवाब मांगा है.