Sambhal Mosque Dispute Update: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. नगर निगम की टीम सड़कों पर बिखरे पत्थरों को समेटते हुए देखी गई. प्रशासन और पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच जिले में शांति बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं. हिंसा फिर न भड़के इसे देखते हुए जिले में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जिलाधिकारी द्वारा 12वीं तक के स्कूल को भी अगली सूचना तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है.
मंडल आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह के अनुसार, हिंसा के दौरान हुई पथरबाजी में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनकी पहचान नोमान (42), बिलाल (32) और नईम (25) के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा छतों से फायरिंग की गई थी.
संभल में सड़कों पर बिखरे पत्थर समेटता दिखा प्रशासन
#संभल में #अचानक से इतने #सारे पत्थर कहाँ से इकट्ठे हो गए.. जांच तो प्रशासन को करनी चाहिए..#viralvedio pic.twitter.com/DThKb9JGBm
— Vinit Tyagi(Journalist) (@tyagivinit7) November 24, 2024
इंटरनेट सेवाएं एक दिन के लिए बंद
#WATCH संभल, उत्तर प्रदेश: संभल में पथराव की घटना पर संभल SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, "...स्थिति नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है...इंटरनेट सेवाएं एक दिन के लिए बंद कर दी गई हैं...कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।… pic.twitter.com/OvgKaMhsFC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024
हिंसा के बाद अब कैसे हैं हालात?
#WATCH | Sambhal, Uttar Pradesh: Drone visuals of Sambhal's Shahi Jama Masjid where an incident of stone pelting took place when a survey team arrived to conduct a survey of the mosque earlier today pic.twitter.com/PcN2LLezIi
— ANI (@ANI) November 24, 2024
प्रशासन की कार्रवाई
इस घटना में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें सीओ संभल, एसपी संभल के पीआरओ, और एक एसडीएम शामिल हैं. हिंसा फैलाने वाले 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की मदद से बाकी आरोपियों की पहचान की जा रही है. स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है.
सर्वे का आदेश और विवाद
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद तब शुरू हुआ, जब एक पक्ष ने दावा किया कि मस्जिद वाली जगह पर पहले हरिहर मंदिर था. वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने इस दावे के साथ अदालत में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया. 19 नवंबर को भी सर्वे किया गया था, लेकिन 24 नवंबर को हुए दूसरे सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी.
अब आगे क्या होगा?
सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर के बाद कोर्ट में पेश की जाएगी. प्रशासन ने साफ कर दिया है कि उपद्रव करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.