CTET Exam 2020-2021: देश के 135 शहरों में सीटीईटी परीक्षा आज, एग्जाम देने से पहले जान लीजिए कोविड-19 से जुड़े ये नियम
परीक्षा/एग्जाम (Photo Credits: Facebook)

CTET Exam 2020-2021: आज देश के करीब 135 शहरों में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (Central Teacher Eligibility Test) यानी सीटीईटी (CTET) का आयोजन किया गया है. कोरोना वायरस के प्रकोप (Coronavirus Outbreak) के मद्देनजर देश में आयोजित की गई इस परीक्षा के लिए सीबीएसई ने कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देश (COVID-19 Guidelines) जारी किए हैं. ऐसे में एग्जाम देने के लिए सेंटर पर पहुंचने के लिए पहले अभियार्थियों को कोविड-19 से जुड़ी गाइडलाइन्स की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए. दरअसल, परीक्षा के दौरान अभ्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing), सैनिटाइजेशन (Sanitization) और मास्क (Mask) संबंधी नियमों का विशेष तौर पर पालन करना अनिवार्य है.

सीटीईटी परीक्षा के दौरान एक कमरे में सिर्फ 12 अभ्यार्थियों को बैठने की इजाजत होगी. इस दौरान परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों की केंद्रों पर थर्मल स्क्रीनिंग और वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है. परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पर आने वाले अभ्यार्थियों को अपने साथ कोविड-19 घोषणापत्र लाना अनिवार्य है. इसके साथ ही सभी अभ्यार्थियों को अपने मुंह पर मास्क लगाना जरूरी होगा और उन्हें अपने पास सैनिटाइजर और पानी की ट्रांसपरेंट  बोतल अपने पास रखनी होगी. यह भी पढ़ें: CBSE Exam Date Sheet: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल बोले- 2 फरवरी को होगी सीबीएसई कक्षा 10वीं-12वीं की परीक्षा की तारीखों की घोषणा

सीटीईटी परीक्षा के दौरान अभ्यार्थी को अपने साथ एडमिट कार्ड और फोटोयुक्त आईडी कार्ड यानी आधार कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस अपने साथ लेकर जाना होगा. परीक्षा के दौरान अभ्यार्थियों को ये डाक्यूमेंट अपने साथ कैरी करने होंगे. अभ्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर एग्जाम से दो घंटे पहले पहुंचना होगा, अगर परीक्षा शुरु हो जाती है और उसके बाद कोई अभ्यार्थी पहुंचता है तो उसे किसी भी स्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटीईटी 2020 में सफलता पाने वाले अभ्यार्थियों का सर्टिफिकेट आजीवन वैध रहेगा. दरअसल, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानी एनसीटीई द्वारा सीटीईटी की वैलिडिटी को लाइफ टाइम के लिए वैलिड कर दिया गया है, इसकी वैधता को बढ़ाने के बाद पहली बार इस परीक्षा का आयोजन किया गया है.