भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस बीजेपी को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. वार-पलटवार की इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर मामले को लेकर बीजेपी को घेरने की कोशिश की है. दिग्विजय सिंह ने यह कहते हुए बीजेपी पर हमला किया है कि अगर अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा बनानी ही है तो फिर उसे सरदार पटेल की प्रतिमा से ऊंची क्यों नहीं बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान राम की प्रतिमा 100 मीटर ही ऊंची क्यों बनाई जाए, उसे तो सरदार पटेल से ऊंची यानी 200 मीटर की प्रतिमा बनानी चाहिए.
कांग्रेस के इस नेता के मुताबिक, 100 मीटर की राम की प्रतिमा बनाने का फैसला राम जी को छोटा दिखाने की कोशिश जैसा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कहती है कि वो कानून का पालन करेगी, जबकि योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि राम जी की इच्छा से सब बन जाएगा, तो वहीं मोहन भागवत कहते हैं कि आध्यादेश लाया जाए.
बीजेपी पर दिग्विजय के आरोपों की झड़ी यहींं नहीं थमी, उन्होंने आरोप लगाया कि फिर से इस देश में हिंदू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश की जा रही है. जब मंदिर की बात आती है तो उन्हें राम जी याद आते हैं और फिर 5 साल तक इस बात को भूल जाते हैं. वे सिर्फ धर्म का दुरुपयोग कर रहे हैं और अब तो देश के साधु-संत भी इस बात को अच्छी तरह से जान गए हैं. यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र जारी, कर्जमाफी के साथ किसानों का बिजली बिल आधा करने का वादा
उन्होंने कहा कि, दिग्विजय सिंह से बड़ा हिंदू समाज में कौन है? मेरे घर में 99 मंदिर हैं? यह देश सबका है, बावजूद इसके बीजेपी और संघ का कहना है कि हिंदू धर्म खतरे में है. उनके अनुसार, देश के प्रधानमंत्री हिंदू हैं, राष्ट्रपति हिंदू हैं फिर भी आरएसएस के मोहन भागवत को मुसलमानों से खतरा महसूस होता है आखिर क्यों?