नई दिल्ली:- कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया है. इस महामारी से निपटने के लिए इसके वैक्सीन का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है. क्योंकि इस वायरस ने दुनियाभर में लाखों लोगों को मौत की नींद सुला चुका है. भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि वैक्सीन जल्दी से आए और लोगों तक पहुंचे. इस बीच एक अच्छी खबर आई है. देश में कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) की पहली खेप 28 दिसंबर दिल्ली पहुंच रही है. वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वैक्सीन को रखने की तैयारी दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में पूरी कर ली गई है. इसके लिए डीप फ्रीजर पहुंच गए हैं. इनके अंदर कोरोना के वैक्सीन को रखा जाएगा. फिलहाल अभी तक साफ नहीं हुआ है कोरोना वैक्सीन किस कंपनी की आ रही है.
बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने के मुताबिक कोरोना वायरस की वैक्सीन की पहली खेप 28 दिसंबर को दिल्ली आ जाएगी. उन्होंने बताया कि हमारे पास 80 लाख वियाल एक दिन में हैंडल करने की क्षमता है. उन्होंने बताया कि हमें वर्तमान में जो भी निर्देश मिले हैं उसके अनुसार हमारी तैयारी पूरी है. उन्होंने बताया कि हमारे पास दिल्ली हवाई अड्डे पर 27 लाख टीकों की भंडारण क्षमता है. इसलिए, हम 54 लाख शीशियों को वितरित कर सकते हैं, अगर हम एक दिन में 2 चक्कर पूरा करने में सक्षम हैं. फिलहाल अभी तक यह साफ नहीं है कि दवा कब से वितरण किया जाएगा. Coronavirus New Strain: नए कोरोना वायरस को लेकर भारत सतर्क, UK से आने वाले लोगों के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एसओपी.
ANI का ट्वीट:-
We have a storage capacity of 27 lakh vaccines at any given point for Delhi Airport. So, we can distribute 54 lakhs vials, if we are able to complete 2 rotations in a day: Delhi International Airport Ltd CEO Videh Jaipuriar on #COVID19 vaccine storage capacity at Delhi Airport pic.twitter.com/tTJRw3MzU5
— ANI (@ANI) December 22, 2020
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को घोषणा कर कहा था कि भारत कोविड-19 वैक्सीन के पहले सेट को अधिकृत करने की तैयारी में है. उन्होंने कहा था कि हमारे पास 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की क्षमता है. वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 पर उच्चस्तरीय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) की 22वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह घोषणा की. यह घोषणा ऐसे समय पर हुई थी है, जब भारत में कोरोनावायरस संक्रमित लोगों की कुल संख्या एक करोड़ पार हो चुकी है.