Who Is Pratika Rawal: कौन हैं महिला सलमी बल्लेबाज प्रतीका रावल? भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू मैच में छोड़ी छाप, जानें पढ़ाई, बैकग्राउंड समेत पूरी डिटेल्स
Pratika Rawal (Photo: @BCCIWomen)

Indian Women's National Cricket Team vs West Indies Women's Cricket Team: भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज (ODI Series) का दूसरा मुकाबला 24 दिसंबर(मंगलवार) को वडोदरा (Vadodara) के कोटाम्बी स्टेडियम (Kotambi Stadium) में खेला जा रहा है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया की ओर से प्रतीका रावल ने शानदार अर्धशतक जड़ा है. इससे पहले उन्होंने 22 दिसम्बर को पहले वनडे में डेब्यू करते हुए 40 रन की उम्दा पारी खेली थी. जिसके बाद उनका नाम सभी क जुबान पर चढ़ गया. आईये इस आर्टिकल में उनके बारे में विस्तार से जानते हैं. यह भी पढ़ें: 18 जुलाई से वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ लीजेंड्स सीजन 2 का आगाज, इस दिन भारत और पाकिस्तान के दिग्गजों का महामुकाबला, यहां देखें पूरी  शेड्यूल

दिल्ली के प्रीत नगर में रहने वाली प्रतीका रावल ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाकर अपने परिवार, कोच और पूरे देश को गर्व महसूस कराया है. सोमवार को वेस्ट इंडीज के खिलाफ वडोदरा के कोटाम्बी स्टेडियम में वनडे डेब्यू करते समय यह युवा क्रिकेटर हर किसी के दिल में अपनी जगह बना रही थी.

शुरुआती सफर और शिक्षा का संतुलन

प्रतीका, जो एक सहज और आत्मविश्वासी व्यक्तित्व रखती हैं, ने बचपन से ही क्रिकेट के प्रति अपनी दीवानगी को शिक्षा के साथ संतुलित किया. दिल्ली के बल भारती स्कूल और फिर मॉडर्न स्कूल बाराखंबा रोड में पढ़ाई के दौरान, प्रतीका ने अपनी पढ़ाई को गंभीरता से लिया और बारहवीं की सीबीएसई परीक्षा में 92.5% अंक हासिल किए. इसके बाद, उन्होंने जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में पढ़ाई की.

क्रिकेट के प्रति उनका प्यार तब शुरू हुआ जब वह चौथी कक्षा में थीं. उनके पिता प्रदीप रावल दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के बीसीसीआई-प्रमाणित लेवल- II अंपायर हैं. उन्होंने उनकी इस रुचि को पहचाना और उन्हें रोहतक रोड जिमखाना क्रिकेट अकादमी में कोच श्रवण कुमार के पास ट्रेनिंग के लिए भेजा.

कोच श्रवण कुमार का योगदान

कोच श्रवण कुमार, जिन्होंने ईशांत शर्मा और नितीश राणा जैसे खिलाड़ियों को तराशा है, उन्होंने जब पहली बार 10 साल की प्रतीका को देखा तो वह उनकी क्रिकेट के प्रति उत्सुकता देखकर हैरान रह गए. उन्होंने सोचा भी नहीं था कि एक दशक बाद यह छोटी लड़की भारतीय टीम के लिए खेलेगी.

खेल और पढ़ाई में संतुलन

प्रतीका ने स्कूल स्तर पर क्रिकेट और बास्केटबॉल दोनों में शानदार प्रदर्शन किया. 2019 में उन्होंने दिल्ली में 64वें स्कूल नेशनल गेम्स में बास्केटबॉल में स्वर्ण पदक जीता. इसी साल, अपनी बारहवीं की परीक्षा में अंग्रेजी और मनोविज्ञान में 93, राजनीतिक विज्ञान में 89, अर्थशास्त्र में 95 और शारीरिक शिक्षा में 88 अंक हासिल किए.

घरेलू क्रिकेट से राष्ट्रीय टीम तक का सफर

धीरे-धीरे, प्रतीका ने दिल्ली की आयु-वर्ग की टीमों में जगह बनाई और 2021 में दिल्ली की सीनियर महिला टीम में शामिल हुईं. अपने डेब्यू साल में, उन्होंने 155 गेंदों पर 161 रन बनाकर सभी का ध्यान खींचा. 2022-23 के सीजन में, उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में 552 रन बनाए और अगले सीजन में 411 रन जोड़कर अपनी फॉर्म को बरकरार रखा. इसके बाद, उन्होंने पूर्व क्रिकेटर दीप्ति ध्यानी और राजस्थान के पूर्व खिलाड़ी और दिल्ली महिला टीम के कोच दिषांत याग्निक से ट्रेनिंग ली, जिससे उनकी तकनीक और बेहतर हुई.

दिल्ली U-23 की कप्तानी और रेलवे से जुड़ाव

इस साल की शुरुआत में, प्रतीका ने दिल्ली U-23 टीम की कप्तानी की और टीम को टी20 ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंचाया. हालांकि, फाइनल में टीम तीन रन से हार गई, लेकिन प्रतीका ने 9 मैचों में 182 रन बनाए और अपनी टीम की दूसरी सबसे बड़ी स्कोरर बनीं. हाल ही में, उन्होंने रेलवे टीम का हिस्सा बनकर सीनियर विमेंस वनडे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 68.50 की औसत से 411 रन बनाए.