नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) की चपेट में पूरा देश हैं. भारत सरकार के साथ ही राज्य की सरकारें समझ नहीं पा रही है कि इस महामारी को कैसे रोका जाए. क्योंकि हर दिन के अपेक्षा देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. इस महामारी से सबसे ज्यादा कोई परेशान है तो महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को सरकारी अस्पतालों में बेड नहीं मिलने पर प्राइवेट अस्पतालों में लोगों से बेड के लिए मन मुताबिक पैसे वसूले जा रहे हैं. जिसकों लेकर कई पीड़ितों ने प्रशासन से इसके बारे में शिकायत की थी. लोगों के शिकायत के बाद दिल्ली में इलाज के लिए बेड़ों के रेट तय कर दिए गए है.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने कोरोना के मरीजों के लिए बेड की दरें तय करने की उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को मंजूरी दी है. इस मंजूरी के बाद दिल्ली के अस्पातालों में आइसोलेशन बेड, आईसीयू की वेंटिलेटर के बिना और साथ दरें 8000-10000,13000-15000 और 15000-18000 रुपये तय की गई हैं. वहीं उपराज्यपाल बैजल ने कहा कि उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुमोदित दरें प्राइवेट अस्पतालों की कुल बेड क्षमता के अधिकतम 60 फीसदी कोरोना वायरस बेड पर लागू होंगी. यह भी पढ़े: कोरोना संक्रमित दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की हालत बिगड़ी, फेफड़ों में बढ़ा इन्फेक्शन, अब दी जाएगी प्लाज्मा थेरेपी
दिल्ली में कोरोना के इलाज के लिए बेड़ो के रेट हुए तय:
Delhi Disaster Management Authority has approved recommendations of High-Level Expert Committee to fix rates of beds for #COVID19 patients. Rates for isolation beds,ICUs without&with ventilator in hospitals are capped at Rs 8000-10000,13000-15000&15000-18000,respectively:Delhi LG pic.twitter.com/a3bGCTRoaJ
— ANI (@ANI) June 20, 2020
बता दें कि पूरे देश में अब तक जहां कोरोना के 3,95,048 मामले पाए जा चुके हैं. वहीं महाराष्ट्र में 1,24,331 तो तमिलनाडु में 54,449 मरीज पाए गए हैं. वहीं देश की आर्थिक राजधानी कुल 53,116 मामले पाए जाने के साथ ही अब तक 2,035 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी हैं.