चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' का खतरा, बांद्रा के बीकेसी में अस्थाई रूप से बने अस्पताल से कोविड-19  के मरीजों को किया गया शिफ्ट
कोरोना का प्रकोप (Photo Credits: IANS)

मुंबईः मुंबई: महाराष्ट्र दूसरे अन्य राज्यों की अपेक्षा कोरोना महामारी (Corona Epidemic) की चपेट में कुछ ज्याद हैं. इस महामारी से महाराष्ट्र अभी उबरा ही नहीं कि उसके सामने एक दूसरी बड़ी परेशानी समुद्रीय चक्रवात निसर्ग तूफान सामने आ गया है. जो यह तूफान आज दोपहर बाद आने की संभावना जताई जा रही हैं. ऐसे में पिछले महीने महाराष्ट्र सरकार राज्य में तेजी के साथ बढ़ते कोविड-19 के मरीजों को देखते हुए बांद्रा के बीकेसी (BKC) में मरीजों के लिए के अस्थाई रूप से अस्पताल बनवाया था. जिस अस्पताल में मरीजों का इलाज भी चल रहा था. लेकिन इस अस्पताल से मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए मंगवार को यहां से शिफ्ट कर दिया गया.

खबरों के अनुसार समुद्र के लगभग पास होने के चलते इसके साथ ही बीकेसी मीठी नदी से सटा हुआ है. ऐसे में निसर्गचक्रवाती तूफ़ान आता है तो अस्पताल को नुकसान पहुंचा सकता हैं. ऐसे में अस्पताल में करीबी 150 मरीजों को वर्ली में शिफ्ट किया गया है. यह भी पढ़े: Nisarga Cyclone: चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ को देखते हुए मुंबई और आस पास के जिलों में अलर्ट जारी

बात दें कि बीएमसी ने राज्य सरकार के आदेश पर पिछले महीने अप्रैल में दिन रात एक कर करीब 10 से 15 दिन के बीच में एक हजार बेड का अस्पताल बनवाई थी. जिस अस्पताल में दूसरे अन्य अस्पतालों की तरह बीएमसी ने सभी सुविधा मुहैया करवाई थी.   ज्ञात हो महाराष्ट्र के साथ ही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा चपेट में हैं.