तमिलनाडु और पुडुचेरी में चक्रवात 'फेंगल' के कारण भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके मद्देनज़र चेन्नई, चेंगलपट्टु और कुड्डालोर जिलों में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. पुडुचेरी में शुक्रवार और शनिवार को भी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे.
चक्रवात फेंगल का असर
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ रहा है और चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. चक्रवात के शनिवार सुबह पुडुचेरी के पास कराईकल और महाबलीपुरम के बीच तट से टकराने की संभावना है. तूफान के दौरान 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएँ चलने और 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के झोंके आने की संभावना है.
प्रभावित क्षेत्र
तमिलनाडु के चेन्नई, चेंगलपट्टु, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, मयिलाडुथुरै, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, अरियालूर और तंजावुर जिलों में शुक्रवार और शनिवार को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. पुडुचेरी में भी तेज बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
Deep depression over Southwest Bay of Bengal
The Deep Depression over Southwest Bay of Bengal moved north-northeastwards with a speed of 9 Kmph during past 6 hours and lay centred at 2330 hours IST of yesterday, the 28th November 2024 over the same region near latitude 10.1°N… pic.twitter.com/fWrHcATwJS
— India Meteorological Department (@Indiametdept) November 28, 2024
सरकार की तैयारियां
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी ने चक्रवात और बारिश के प्रभाव को लेकर तैयारियों की समीक्षा बैठक की है. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य के लिए टीमों को तैनात किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है.
चक्रवात का नाम 'फेंगल' कैसे पड़ा?
चक्रवातों के नामकरण की प्रक्रिया विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UNESCAP) द्वारा तय की जाती है. इन संगठनों के सदस्य देश चक्रवातों के लिए नाम प्रस्तावित करते हैं. नामों का चयन उनकी सरलता, उच्चारण में आसानी और क्षेत्रीय भाषाओं में उनके अर्थ को ध्यान में रखते हुए किया जाता है. चक्रवात 'फेंगल' का नामकरण इसी प्रक्रिया के तहत किया गया है.
लोगों के लिए सलाह
- अनावश्यक यात्रा से बचें.
- प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें.
- घर के आसपास पानी की निकासी सुनिश्चित करें.
- आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करें और आपातकालीन नंबरों को तैयार रखें.
चक्रवात 'फेंगल' के प्रभाव को देखते हुए, तमिलनाडु और पुडुचेरी के लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की गई है.