कानपुर के पास जालौन में एक 30 वर्षीय नर्स के साथ गैंगरेप की घिनौनी घटना सामने आई है, जिससे हर कोई हैरान रह गया है. नर्स, जो एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत हैं, गुरुवार सुबह अपने काम पर जा रही थीं, तभी उन्हें रास्ते में मुसीबत का सामना करना पड़ा. उनके साथ यह घटना मूसमारिया मोड़ के पास सुनसान इलाके में घटी, जहां दो बदमाशों ने उन्हें जबरदस्ती अपने साथ जंगल में खींच लिया और उनके साथ बर्बरता की.
क्या हुआ उस दिन?
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि जैसे ही वह अपनी स्कूटर पर काम पर जा रही थीं, उन्हें रास्ते में गोविंद और राम मिलन नामक दो व्यक्तियों ने घेर लिया. यह दोनों व्यक्ति उनके पड़ोसी जयंती देवी के इशारे पर आए थे. जयंती देवी ने पहले तो उन्हें अपने पति के साथ रिश्ते को लेकर चेतावनी दी थी और इसके बाद अपनी योजना के तहत यह हमला कराया. हमलावरों ने न केवल शारीरिक हिंसा की, बल्कि पीड़िता को शारीरिक और यौन शोषण का शिकार भी बनाया. इस दौरान आरोपियों ने उनका मोबाइल फोन और पैसे भी लूटे और फिर जंगल से भाग गए, जब पास में काम कर रहे किसानों ने पीड़िता की मदद के लिए उनकी चीखें सुनीं.
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और इस मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया है. हालांकि, शुरुआती जांच में गैंगरेप और शारीरिक शोषण के आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई है. जालौन के पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार ने कहा कि इस घटना का कारण पीड़िता के एक शादीशुदा व्यक्ति के साथ कथित अवैध संबंध हो सकते हैं, लेकिन जांच जारी है. पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
पीड़िता की स्थिति
पीड़िता के पति ने बताया कि जब वह अपनी पत्नी से बात कर रहे थे, तब उन्होंने घटना के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि जब वह काम पर जा रही थीं, तो चार लोगों ने उन्हें घेर लिया और दो लोगों ने गैंगरेप किया. इस दौरान प्राइवेट पार्ट में मिर्च पाउडर डाली गई थी. हालांकि, पुलिस द्वारा मेडिकल जांच के बाद ही इस बात की पुष्टि की जाएगी.