चक्रवात तूफान 'फानी' (Fani Cyclone) ने शुक्रवार ओडिशा के तट पर दस्तक दी और तटीय इलाकों में जमकर तबाही मचाई. चक्रवाती तूफान 'फानी' के कारण ओडिशा के पुरी और भुवनेश्वर समेत कई इलाकों में बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए. कई इमारतें ढह गईं और चारों तरफ पानी भर गया. इसके अलावा 8 लोगों की जान चली गई, जबकि 160 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ओडिशा में तबाही मचाने के बाद अब इस जानलेवा तूफान ने पश्चिम बंगाल में दस्तक दी है.
शनिवार तड़के 'फानी' पश्चिम बंगाल पहुंच गया है. तूफान की वजह से राज्य में तेज हवाएं चल रही हैं. तूफान के टकराने से पहले ही कोलकाता में भारी बारिश हो रही है. कोलकाता में तेज बारिश के चलते हवाई यात्राओं को रद्द कर दिया गया है. वहीं, यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हावडा-चेन्नई मार्ग पर करीब 220 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
यह भी पढ़ें- चक्रवाती तूफान 'फानी' से नेपाल का मौसम हो सकता है प्रभावित, मौसम विभाग ने दी जानकारी
Rain lashes Kolkata as #CycloneFani hit West Bengal by crossing Kharagpur earlier today pic.twitter.com/sP8ktKn2rR
— ANI (@ANI) May 4, 2019
भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने सात जिलों में अलर्ट भी जारी किया है. कई इलाकों में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है.
West Bengal: Clearing of uprooted trees from the road underway in Digha, weather clear. #CycloneFani pic.twitter.com/xMg1mdpNdn
— ANI (@ANI) May 4, 2019
तूफान से सुरक्षा के चलते पश्चिम बंगाल सरकार पहले ही नादिया, मिदनापुर, उत्तरी 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और हावड़ा जिलों में 45 हजार से अधिक लोगों को आश्रय शिविरों में भेज चुकी है. इसके अलावा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है और स्थति पर नजर रख रही हैं. बता दें कि चक्रवात फानी शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे पुरी से टकराया था, जिसके चलते चक्रवाती बारिश हुई और 175 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली.