हरिद्वार, 27 जुलाई : अयोध्या में रामलला का मंदिर बन चुका है, लेकिन हरिद्वार कांवड़ यात्रा में कांवड़ियों में रामलला के प्रति दीवानगी देखी जा रही है. हरिद्वार में हर जगह रामलला और अयोध्या राम मंदिर से जुड़े कांवड़ देखने को मिल रहे हैं.
आपको बता दें कि हरिद्वार में इन दिनों कांवड़ मेला चल रहा है और अब इस मेले के असली रंग देखने को मिल रहे हैं. कांवड़ियों में राम मंदिर का क्रेज सिर चढ़ कर बोल रहा है. कोई राम मंदिर बनाकर अपने-अपने गंतव्य की ओर ले जा रहा है, तो कहीं महादेव की छवि को हूबहू रामलाल की तरह बनाकर अपने-अपने गंतव्य की ओर जा रहा है. यह भी पढ़ें : बजट में राज्य का नाम न होने का मतलब यह नहीं है कि धन नहीं मिला: केंद्रीय मंत्री
रामलाल का मंदिर और महादेव की प्रतिमा बनाने के लिए जब शिवभक्त कावड़ियों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि लंबे संघर्ष के बाद हमें राम जन्मभूमि पर मंदिर मिला है और अब हमारे रामलला वहां विराजमान हो चुके हैं, हम रामलला जैसे महादेव को अपने यहां ले जाना चाहते हैं, इसलिए यह कांवड़ हमने बनाया है.
आपको बता दें कि आज (शुक्रवार) से कांवड़ मेला अपने चरम पर पहुंच जाएगा, आज से पंचक खत्म हो गए हैं और अनुमान लगाया गया है कि पंचक खत्म होते ही शिव भक्त कावड़ियों का हुजूम धार्मिक नगरी हरिद्वार में पहुंच जाएगा, अभी तक अगर बात करें तो 20 लाख से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल भरकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं. इस बार कांवड़ियों की संख्या करोड़ों में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. पिछली बार चार करोड़ से ज्यादा कांवड़िए धर्मनगरी हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर गए थे. इस बार प्रशासन का अनुमान है कि ये आंकड़ा 5 करोड़ पार कर जाएगा.