नई दिल्ली: भारत में विकसित किये जा रहे कोरोना वायरस वैक्सीन से जुड़ी बड़ी खबर है. भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की 'कोवाक्सिन' (Covaxin) को तीसरे चरण के परीक्षण के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से अनुमति मिल गयी है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक यह टीका स्वदेशी रूप से विकसित कर रही है. Free COVID-19 Vaccine: मध्य प्रदेश में मुफ्त में दिया जाएगा कोरोना वायरस का टीका, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ऐलान
मिली जानकारी के मुताबिक हैदराबाद स्थित टीका निर्माता ने दो अक्टूबर को डीसीजीआई को आवेदन देकर अपने टीके के तीसरे चरण के लिए परीक्षण की अनुमति मांगी थी. जिसके बाद भारत बायोटेक को तीसरे चरण के परीक्षण के पहले दूसरे चरण का आंकड़ा देने को कहा गया था. Russia COVID-19 Vaccine: रूस ने बनाई पहली कोरोना वैक्सीन, जानें विश्व को इस दवा से कितनी है उम्मीद
एक अधिकारी के अनुसार कंपनी ने पहले और दूसरे चरण के नैदानिक परीक्षणों के अंतरिम आंकड़ों के साथ तीसरे चरण के परीक्षण के लिए ‘प्रोटोकॉल’ पेश किया. कंपनी ने अपने आवेदन में कहा था कि इस अध्ययन में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 28,500 लोगों को शामिल किया जाएगा और यह परीक्षण 10 राज्यों के 19 स्थानों पर किया जाएगा। इन स्थानों में दिल्ली, मुंबई, पटना और लखनऊ शामिल हैं.
भारत बायोटेक द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक कंपनी के पास अमेरिका, जापान और यूरोप को छोड़कर अन्य सभी बाजारों में वैक्सीन के वितरण का अधिकार होगा. भारत बायोटेक सार्स-सीओवी-2 वायरस के लिए इंट्रानेसल वैक्सीन भी (नाक के जरिए दी जानी वाली वैक्सीन) विकसित करेगा. Coronavirus Vaccine Update in India: निर्मला सीतारमण ने कहा- भारत में 3 वैक्सीन उत्पादन की कगार पर, बड़े स्तर पर उत्पादन करने के लिए तैयार
उल्लखनीय है कि देश में इस समय कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है. इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं. वैक्सीन विकसित होने के बाद यह सबसे पहले उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए उपलब्ध कराया जायेगा. केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन को जुलाई 2021 तक 25 करोड़ लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. (एजेंसी इनपुट के साथ)