मुंबई: देश में कोरोना की दूसरी लहर (COVID Second Wave) के कमजोर पड़ने के बाद अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. इस बीच देशभर में अब कोरोना की तीसरी लहर (COVID Third Wave) को लेकर चर्चा तेज हो गई है. हॉल ही के दिनों में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कई स्टडी सामने आई हैं. एम्स दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहा कि तीसरी लहर का आना तय है और यह अगले छह से आठ सप्ताह में आ सकती है. वहीं, एक कुछ दिन पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) की कोविड टास्क फोर्स ने कहा था कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर अगले दो से चार सप्ताह में आ सकती है. COVID-19 in Maharashtra: महाराष्ट्र में 2 से 4 सप्ताह में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, टास्क फोर्स ने किया अलर्ट.
कोरोना की तीसरी लहर की चेतवानी के बीच राज्य और केंद्र सरकार इससे निपटने की तैयारियों में जुटी हैं. ताकि इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सके. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने स्वास्थ्य विभाग को कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी जिलों में योजना बनाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर और हिंगोली जिलों के कलेक्टरों से बात की. बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे.
सीएम ने की जिलाधिकारियों से बात
Maharashtra CM directs Health Dept to make plans to for all districts to tackle the possible third wave of COVID. CM was talking to collectors of Raigad, Ratnagiri, Sindhudurg, Satara, Sangli, Kolhapur & Hingoli districts. Health Min Rajesh Tope was also present: CM Secretariat
— ANI (@ANI) June 24, 2021
महाराष्ट्र में पहले आ सकती है तीसरी लहर
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर अनुमानित समय से पहले आ सकती है. पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तरफ से गठित की गई कोविड टास्क फोर्स ने कहा था कि महाराष्ट्र में दो से चार हफ्तों के अंदर कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. एक्सपर्ट्स की कमेटी ने कहा था कि राज्य के कई हिस्सों में ढील मिलने के बाद भीड़ देखी गई है. ऐसे में मामलों की संख्या जल्दी बढ़ सकती है.
दैनिक मामले 8 हजार से नीचे नहीं आना चिंता का विषय
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा कि राज्य में कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या 8,000 के स्तर से नीचे नहीं आना चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के एक अध्ययन से संकेत मिला है कि यह पिछले वेरिएंट से अधिक खतरनाक हो सकता है. महाराष्ट्र में बुधवार को एक सप्ताह के अंतराल के बाद COVID-19 के 10,000 से अधिक मामले सामने आए. स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि राज्य के सात जिलों में अब तक डेल्टा प्लस स्वरूप के 21 मरीज मिले हैं.