दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना का बढ़ता संक्रमण रोज नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. दिल्ली में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण (COVID-19) के 13,468 नए केस सामने आए हैं और 81 लोगों की मौत हुई है. हालांकि इस दौरान 7,972 लोग कोरोना से मुक्त भी हुए हैं. कोरोना महामारी ने अबतक दिल्ली में 11,436 लोग की जान ले ली है. दिल्ली में कोरोना के ऐक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 43,510 पर पहुंच गई है. इस बीच दिल्ली के कई प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों से बेड की कमी की खबर सामने आ रही है. Delhi: रमजान का पहला रोजा आज, कोरोना के चलते सूना रहा जामा मस्जिद का बाजार- कई दुकानें बंद.
राजधानी में कोरोना के केस बढ़ जाने के कारण हालात बेकाबू हो गए हैं. कई प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में बेड्स की कमी देखी जा रही है. अस्पतालों में संक्रमण के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य केंद्रों को कोरोना वायरस संक्रमित को भर्ती करते समय नियमों का कड़ाई से पालने का निर्देश दिया है और कहा है कि हल्के या बिना लक्षणों वाले रोगियों को घर में आइसोलेशन में रखने पर विचार किया जा सकता है.
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है, जिनमें ऐसे रोगी शामिल हैं जिन्हें सांस लेने में तकलीफ हो और यांत्रिक वेंटिलेनशन की जरूरत हो. बता दें कि दिल्ली महामारी से देश का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बन गया है.
दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बीच सरकार सख्त फैसले उठा रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार से अपील की है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाए. इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार दिल्ली वासियों से अपील करते हुए कहा था, 'बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें.'