पीएम मोदी के ऐलान के बाद पूरे भारत को 21 दिनों के लॉकडाउन कर दिया गया है. इसके पीछे एक मात्र उद्देश्य है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण पर विराम लगे. कोरोना वायरस का सबसे अधिक प्रकोप किसी राज्य में देखने को मिला है तो वो केरल और महाराष्ट्र का है. लेकिन इसमें महाराष्ट्र पहले नंबर पर है. जहां कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. महाराष्ट्र की सरकार ने राज्य में पहले शराब की बिक्री (Liquor Sale) पर रोक लगा दिया था. इसी कड़ी में अब केरल (Kerala) ने भी यही फैसला लिया है. केरल सरकार ने अपने सूबे में BEVCO Outlets पर न शराब बेचने का फैसला किया है. यह फैसला 21 दिनों के लिए गया है. बता दें कि रिपोर्ट के मुताबिक केरल सरकार को हर साल शराब पर ड्यूटी से लगभग 2,500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है.
बता दें कि केरल में लॉकडाउन के बावजूद मंगलवार को राज्य बेवरेज निगम की दुकानों के आगे लंबी-लंबी कतारें लगी थी. कर्फ्यू से बेपरवाह लोग दुकानों के आगे इकट्ठा हुए थे. संक्रमण की रोकथाम के लिए एक मीटर की दूरी पर खड़े होने को कहा गया था. केरल में कोरोना के 105 केस सामने आ चुके हैं, जिसके कारण राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने लॉकडाउन लगाया था. तकरीबन 72,460 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है जबकि 467 लोग विभिन्न अस्पातलों के पृथक वार्ड में हैं.
ज्ञात हो कि भारत में कोरोनोवायरस के कुल कन्फर्म मामलों की संख्या 562 हो गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसमें से कोविड-19 के 512 सक्रिय मामले हैं, 40 ठीक हुए और डिस्चार्ज किए गए मामले हैं, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है.