दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि सिसोदिया ने मंत्री के रूप में बने रहने का अपना नैतिक अधिकार और विश्वसनीयता को खो दिया है, इसलिए उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए, या फिर मुख्यमंत्री केजरीवाल उन्हें तुरंत बर्खास्त करें. यह भी पढ़ें: केरल मानव बलि मामला के मुख्य आरोपी ने कहा था, पीड़ितों का मांस बेचा जा सकता है
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा, "सीबीआई ने शराब घोटाले में सीबीआई की एफआईआर में आरोपी नंबर 1, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. जब सीबीआई ने कुछ हफ्ते पहले 15 घंटे से अधिक समय तक उनके घर की तलाशी ली थी तो सिसोदिया ने अपने आप को निर्दोष साबित दिखाने के लिए यह कहकर इसे कम आंकने की कोशिश की कि सीबीआई ने उनके आवास से कुछ भी नहीं बरामद किया."
अनिल चौधरी ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा, "सीबीआई और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा हाल ही में शराब माफियाओं विजय नायर और समीर महिंद्रा को गिरफ्तार किए जाने से शराब घोटाले की जांच में एक नया मोड़ आ गया है. फलस्वरूप सीबीआई और ईडी ने देश भर में कई स्थानों पर छापे मारे और आखिरकार सीबीआई ने सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया है, क्योंकि केजरीवाल और सिसोदिया ने शराब नीति के निजीकरण के लिए भारी कमीशन लिया है."
उन्होंने आगे कहा, "सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं और दिल्ली सरकार ने समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को एक विवादास्पद बयान के बाद पहले ही हटा दिया है, इसलिए केजरीवाल को सिसोदिया को भी तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर देना चाहिए."